
रायपुर। छत्तीसगढ़ में चुनावी शोरगुल शुरू हो चुका है इस बीच बैनर पोस्टर और सोशल मीडिया में छत्तीसगढ़ी में नारा दिखाई पड़ रहा है, जहां भाजपा ने “अब अऊ नई सहिबो बदल के रहिबो” का का नारा दी हैं। तो वहीं कांग्रेस भी ट्वीटर में लिख रही है “खदेड़बो खदेड़बो ए दारी भाजपा ल फेर ले खदेड़बो”। आखिर दोनों पार्टियों द्वारा छत्तीसगढ़ी में दिए जा रहे नारों से कोई फर्क पड़ेगा? देखिए यह रिपोर्ट
छत्तीसगढ़ में चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। इस बीच कांग्रेस और भाजपा के नेता अलग-अलग तरीके से एक दूसरे पर वार पलटवार कर रहे है। लगभग तीन माह पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ में एक आम सभा को संबोधित करते हुए भाजपा का नारा “अब अऊ नई सहिबो बदल के रहिबो” लॉन्च किया था। इस लाइन को भाजपा के नेता अपने सभी चुनावी सभाओं के साथ ही अपने बैनर पोस्टर और चुनावी प्रचार सामग्रियों में भी उपयोग कर रहे हैं। तो वहीं दूसरी और कांग्रेस सत्ता में काबिज होने के कारण “है तैयार हम” का नारा दी है। जो कांग्रेस के सभी बड़े और छोटे कार्यक्रमों में देखने और सुनने को मिल रहे हैं।
इस बीच कांग्रेस सोशल मीडिया में भी भाजपा को मात्र देने के लिए छत्तीसगढ़ी में समय-समय पर कई नारों को ट्वीट करते रहती है। अब इन चुनावी नारों को लेकर कांग्रेस और भाजपा के नेता आमने-सामने हो गए हैं। भाजपा सांसद सुनील सोनी ने कहा कि प्रदेश सरकार के भ्रष्टाचार और वादा खिलाफी को देखते हुए छत्तीसगढ़ की जनता ने तय कर लिया है कि अब अऊ नई सहिबो बदल के रहिबो। कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला का कहना है कि भाजपा का है भाजपा के नेताओं के लिए है। कांग्रेस पार्टी फिर से 2023 में सरकार बनाएगी।
अब देखना होगा छत्तीसगढ़ की जनता पर कांग्रेस और भाजपा के इन नारों का कितना फर्क पड़ेगा। लेकिन यह तो तय है की जनता मूड बना चुकी है किसे 7 और 17 दिसंबर को वोट देकर सत्ता में बैठना है। ऐसे में अब 3 दिसंबर को चुनाव परिणाम आएंगे तब देखना होगा इन नारों का कितना फायदा किस पार्टी को मिला?