क्या छत्तीसगढ़ में ओबीसी निभाएंगे बड़ा किरदार? जानें कितनी है चुनावी ताकत
रायपुर : छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनाव में अब बहुत कम समय बाकी रह गया है। राज्य में मुख्य रूप से भाजपा और कांग्रेस के बीच मुकाबले देखने को मिलने वाला है, जिसके लिए दोनों ही दल तैयारियों में लगे हुए हैं। इस चुनावी सीजन में ओबीसी वर्ग की चर्चाएं जोरों पर हैं। ऐसे में हमने ये इस बाक का पता लगाया कि छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में इस बार ओबीसी वर्ग कितना अहम होने वाला है। आइए जानते हैं पूरी जानकारी।
राज्य में कितने फीसदी ओबीसी?
छत्तीसगढ़ में ओबीसी वर्ग के अंतर्गत कुल 95 जातियां आती हैं। डाटा में सामने आया है कि राज्य की करीब 47 फीसदी आबादी ओबीसी वर्ग से आती है। इन जातियों में सबसे ज्यादा 12 फीसदी जनसंख्या साहू लोगों की है। बता दें कि राज्य की एक चौथाई सीट पर इनका साफ-साफ दबदबा है। ऐसे में साफ तौर पर कहा जा सकता है कि ओबीसी वर्ग इस चुनाव में सरकार बनाने में अहम भूमिका निभाएगा।
कितने ओबीसी विधायक चुने गए
अब हमने यह पता लगाया कि राज्य में बीते कुछ चुनाव में कितने ओबीसी वर्ग के लोग जीत दर्ज कर के विधायक बने हैं। आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ में हुए 2003 के विधानसभा चुनाव में कुल 19, 2008 के चुनाव में 24, 2013 के चुनाव में 24 और 2018 के चुनाव में 20 विधायक ओबीसी वर्ग से चुने गए थे। इससे पता लगता है कि 2013 के मुकाबले 2018 में ओबीसी विधायकों की संख्या में कमी आई है।
इस तारीख को चुनाव
चुनाव आयोग के मुताबिक, छत्तीसगढ़ में इस बार 90 सीटों के लिए विधानसभा चुनाव का आयोजन दो चरणों में 7 और 17 नवंबर को किया जाएगा। इस चुनाव के परिणाम 3 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे। कांग्रेस की ओर से भूपेश बघेल फिर से सीएम पद के दावेदार हैं तो वहीं, भाजपा ने अभी तक किसी को अपना मुख्य चुनावी चेहरा नहीं बनाया है।