कांग्रेस की 32 सौ में धान और कर्ज माफी पर भाजपा का 31 सौ रुपए क्विंटल भारी
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 के पहले चरण के तहत 20 सीटों पर मतदान हो चुका है। अब 17 नवंबर को दूसरे चरण के तहत बाकी के 70 सीटों पर वोटिंग होनी है। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 में भाजपा और कांग्रेस के बीच टक्कर है। दोनों दलों ने अपने घोषणापत्र जारी कर दिए हैं।
दिलचस्प यह है कि दोनों दलों के केंद्र में किसान समान रूप से हैं। भाजपा ने जरूर महिलाओं और युवाओं को अपने घोषणापत्र में ज्यादा महत्व दिया है। वर्तमान और भविष्य की जरूरत के अनुसार मतदाताओं को ये वादे आकर्षित करने वाले भी हैं।
चूंकि किसान को दोनों दलों ने अपने घोषण पत्रों में प्रमुख स्थान दिया है, चर्चा भी इसी की ज्यादा हो रही है। एक किसान परिवार जिसमें कम से कम एक महिला भी होती है, का यदि दोनों दलों के घोषणा पत्रों के आधार पर व्याख्या करें तो भाजपा की घोषणाएं कांगे्रस की घोषणा पर भारी पड़ती नजर आ रही है।
कांग्रेस के पास एक बड़ी घोषणा में प्रदेश के किसानों की कर्ज माफी है। दावा है कि कांग्रेस की सरकार बनी तो प्रदेश के 24 लाख किसानों द्वारा लिए गए 6,900 करोड़ रुपये की कर्ज माफी की जाएगी। वहीं भाजपा ने इसके मुकाबले किसानों को दो साल का बोनस और किसान सम्मान योजना का लाभ प्रत्येक किसान को देने का वादा किया है। इसके साथ ही हर किसान परिवार की भी विवाहित महिलाओं को महतारी वंदन योजना का लाभ मिलेगा। किसान परिवार के युवा को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे वह अलग। बहरहाल महिला सशक्तीकरण के लिए लाई जा रही योजना के तहत भाजपा प्रदेश की 60 लाख से अधिक विवाहित महिलाओं को हर वर्ष 12 हजार रुपये देगी। वहीं कांग्रेस ने धान की कीमत प्रति क्विंटल 32 सौ और बीजेपी ने 31 सौ रुपए देने का वायदा किया है। साथ ही भाजपा ने जहां प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान खरीदने का वादा किया है वहीं कांगे्रस ने 20 क्विंटल धान लेने की बात कही है। वहीं बीजेपी ने प्रति साल किसानों को केंद्र की मोदी सरकार की तरह 6 हजार रुपए सालाना और दो साल की बचत बोनस देने का भी वादा किया है।
इस चुनाव में कांग्रेस की कर्जमाफी और बीजेपी की महतारी वंदन योजना की खूब चर्चा है। अब दोनों ही पार्टियों की धान खरीदी, कर्ज माफी और बीजेपी की महतारी वंदन योजना, प्रति साल किसानों को 6 हजार रुपए और दो साल के शेष बोनस का ही तुलनात्मक विश्लेषण करें तो पता चलता है कि बीजेपी, कांग्रेस के मुकाबले बिना कर्जमाफी और 100 रुपए प्रति क्विंटल कम देने के बाद भी भारी पड़ती दिख रही है। दोनों ही पार्टियों के तुलनात्मक आंकड़ों को देखें तो कांग्रेस पूरे पांच साल में जहां दो एकड़ के एक परिवार को 6 लाख 86 हजार रुपए का फायदा पहुंचा रही तो वहीं बीजेपी इन्हीं पांच सालों में 8 लाख 48 हजार 200 रुपए देगी जो कांग्रेस के मुकाबले पांच सालों में 1 लाख 62 हजार रुपए अधिक है।
यहां आप तुलनात्मक आंकड़ों से समझे…
अगर आपके पास आधा एकड़ भी कृषि जमीन है तो बीजेपी के वायदों के मुताबिक प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान खरीदी और 31 सौ रुपए कीमत पर आप साढ़े 10 क्विंटल धान एक साल में बेच पाएंगे। इससे आपको 32 हजार 550 रुपए मिलेंगे। इसके अलावा दो साल का बकाया बोनस 45 सौ रुपए मिलेगा। वहीं आपके घर में एक विवाहित महिला है तो एक साल में 12 हजार रुपए मिलेंगे। इस तरह बीजेपी की सरकार बनने पर आपको कुल 49 हजार 50 रुपए मिलेंगे।
जबकि कांग्रेस के वायदे के मुताबिक प्रति एकड़ 20 क्विंटल और 32 सौ रुपए की कीमत से 32 हजार रुपए और आपने बैंकों से कर्ज मतलब केसीसी ऋण लिया है तो आधा एकड़ पर 11 हजार 500 रुपए समेत कुल एक साल में 43 हजार 500 रुपए मिलेंगे। जो बीजेपी के मुकाबले 6 हजार रुपए कम है।
अगर पूरे पांच सालों तक देखें तो बीजेपी आपको 2 लाख 27 हजार 250 रुपए देगी। जबकि कांग्रेस सिर्फ 1 लाख 71 हजार 500 रुपए का देगी। जो बीजेपी के मुकाबले 55 हजार 750 रुपए कम है। वहीं आपके परिवार में एक की जगह 3 विवाहित महिला हैं तो फिर आपको पूरे पांच सालों में 3 लाख 47 हजार रुपए मिलेंगे जो कांग्रेस के दावों से 1 लाख 75 हजार 750 रुपए अधिक है।
एक एकड़ जमीन के मालिक तो मिलेंगे इतने…
वहीं आप एकड़ जमीन के मालिक हैं तो आपको पूरे पांच साल में कांग्रेस की सरकार बनने पर 3 लाख 43 हजार रुपए मिलेंगे। जबकि बीजेपी की सरकार बनने पर 3 लाख 94 हजार 500 से 5 लाख 14 हजार 500 सौ रुपए मिलेंगे जो कांग्रेस के मुकाबले 1 लाख 71 हजार 500 रुपए अधिक है। कांग्रेस पूरे साल में केवल एक बार कर्जमाफी करेगी। अगर आपने बैंक से केसीसी लोन लिया है तो प्रति एकड़ 23 हजार रुपए ही कर्जा माफ करेगी। 20 क्विंटल प्रति एकड़ 32 सौ रुपए खरीदी के हिसाब से 64 हजार, मतलब कर्जमाफी और धान की कीमत समेत पहले साल 87 हजार रुपए देगी।
दो एकड़ जमीन होने पर मिलेंगे इतने फायदे
अगर दो एकड़ में खेती करते हैं तो बीजेपी आपको पूरे पांच सालों में 7 लाख 59 हजार 200 रुपए देगी। जबकि भाजपा के मुकाबले कांग्रेस सिर्फ 6 लाख 86 हजार रुपए देगी। बीजेपी जहां धान खरीदी पर 1 लाख 30 हजार 200 रुपए, किसान सम्मान निधि के तहत 60 हजार रुपए और महतारी वंदन योजना के तहत एक सदस्य होने पर 60 हजार रुपए, अगर तीन विवाहित महिला होने पर 1 लाख 72 हजार रुपए समेत कुल 7 लाख 58 हजार 200 रुपए देगी।