बड़े चुनाव में लगभग पूरी तरह से अलग-थलग पड़ चुके भाजपा के प्रत्याशी,,
रायपुर। रायपुर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के द्वारा महन्त रामसुन्दर दास महाराज को प्रत्याशी घोषित करने के बाद यहां का समीकरण बिल्कुल ही बदल गया। किसी जमाने में इस क्षेत्र पर एकछत्र राज्य करने वाले भाजपा के प्रत्याशी बृजमोहन अग्रवाल का उनके ही संगी-साथियों ने साथ छोड़ दिया है। वे इतने बड़े चुनाव में लगभग पूरी तरह से अलग-थलग पड़ चुके हैं, जिन लोगों ने 35 वर्षों तक उनका झंडा थाम कर रखा था, उन्होंने ही उनसे किनारा कर लिया है। स्थिति यह हो गई है कि अब कोई भी छत्तीसगढ़िया उनके साथ में नहीं है।
बता दें कि महानगरी क्षेत्र होने के कारण यहां पर सिंधी, गुजराती, मराठी, सिक्ख, समाज के मतदाता भी व्यापक संख्या में है। उन सभी ने भी के सनातन धर्म के ध्वजवाहक महन्त रामसुन्दर दास महाराज के पक्ष में समर्थन करके अपने भाव से उन्हें अवगत करा दिया है। रही-सही बाकी हसरत मीडिया जगत ने पूरी कर दी है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार उन्हें इस चुनाव में अपना जमानत बचाने में भी मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। उनका धन और धरम दोनों जा रहा है, बिना मुद्रा के उन्हें एक भी वोट प्राप्त होने की संभावना नहीं है और मुद्रा खर्च करने पर लोग डकार न जाए इसका डर उन्हें सता रहा है। समय बड़ा बलवान है एक समय ऐसा था की अग्रवाल जी रायपुर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र के बेताज बादशाह थे। अत्यधिक लंबे कार्यकाल होने के कारण उनके कार्यकर्ता भी काफी थक गए हैं एवं उनसे मुक्ति पाना चाहते हैं। दूसरी ओर महन्त रामसुन्दर दास जी महाराज के जैसे सुलझे हुए व्यक्तित्व को पाकर सभी लोग गदगद हैं।