नेशनल/इंटरनेशनल

BJP का 1+2 फॉर्मूला फिट,,नए फार्मूले से क्या लोकसभा चुनाव में मोदी को मिलेगी जीत?

सत्ता’ के त्रिदेव! BJP का 1+2 फॉर्मूला फिट, 24 का मोदी मंत्र हिट! नए फार्मूले से क्या लोकसभा चुनाव में मिलेगी जीत?

 

रायपुर:  छत्तीसगढ-मध्यप्रदेश और राजस्थान में सीएम कौन बनेगा इसका फैसला हो गया। CM चयन में प्रक्रिया एक जैसी, फॉर्मूला एक जैसा और लक्ष्य भी एक ही नजर आया। 2024 के आम चुनाव पार्टी ने छत्तीगढ़ में आदिवासी नेता विष्णुदेव साय को, तो मध्यप्रदेश में युवा OBC नेता मोहन यादव को तो वहीं राजस्थान में पहली बार विधायक बने भजनलाल शर्मा को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला किया है। तीनों राज्यों में मुख्यमंत्री के साथ-साथ इस बार बीजेपी ने दो-दो डिप्टी सीएम बनाने यानि ‘1 प्लस 2 का फॉर्मूला’ तय किया है। जिसमें 2024 चुनाव की तैयारी के साथ-साथ, क्षेत्रीय-जातीय और नए-अनुभवी का संतुलित समीकरण दिखता है।

3 दिन, 3 राज्य, 3 बड़े फैसले तीनों जगह बीजेपी ने अपने फैसले से सबको चौंकाया। इसके पीछे पार्टी की ठोस रणनीति और 2024 की तैयारी साफ नजर आती है। पहले बात छत्तीसगढ की करीब आधा दर्जन नामों की चर्चा के बीच सरगुजा संभाग की कुनकुरी सीट से जीते कद्दावर आदिवासी नेता विष्णुदेव साय को मुख्यमंत्री बनाया गया। राज्य में कुल 90 में से 29 सीटें ST वर्ग के लिए आरक्षित हैं, 33 फीदस आबादी इसी वर्ग की है। जाहिर है इस एक आदिवासी CM फेस का फायदा 2024 में राज्य की 11 लोकसभा सीटों के साथ-साथ देश में 47 ST रिजर्व सीटों पर भी मिल सकता है। वहीं 2 उप-मुख्यमंत्री बनाने के पीछे बीजेपी की सोशल इंजीनियरिंग नजर आती है। आदिवासी वर्ग से मुख्यमंत्री के साथ ओबीसी वर्ग के अरुण साव और सामान्य वर्ग के युवा नेता विजय शर्मा डिप्टी सीएम बनाये जा रहे हैं। चर्चा ये भी है कि कैबिनेट में सामान्य वर्ग से दो या तीन,OBC से दो और ST से तीन चेहरे शामिल हो सकते हैं। इसके अलावा युवा, संघर्षशील और उर्जावान कार्यकर्ता को डिप्टी CM का पद देने का साथ ही केंद्र-राज्य में कार्य करने के अनुभवी को जगह देकर पार्टी के भीतर भी सबको अवसर का मैसेज दिया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता मानते हैं कि ऐसा ही सामंजस्य मंत्रिमंडल में भी होगा जिसका फायदा राज्य की जनता के साथ, अगले चुनाव में पार्टी को होना तय है। हालांकि कांग्रेस इस बात से इत्तेफाक नहीं रखती।

ठीक ऐसे ही मध्यप्रदेश में भी मोहन यादव के तौर पर अकल्पनीय नाम को मुख्यमंत्री बनाकर बीजेपी ने देश के चुनाव के साथ-साथ उत्तर भारतीय राज्यों UP-बिहार में बड़े यादव समुदाय को अहम मैसेज दिया है। मोहन यादव OBC वर्ग से आते हैं। मोहन यादव की ससुराल UP के सुल्तानपुर जिले में है, वे लोकसभा चुनाव में यूपी के गोंडा के प्रभारी भी रहे हैं। ऐसे में 2024 लोकसभा चुनाव में मोहन यादव UP में भाजपा के लिए ट्रंप कार्ड साबित हो सकते हैं। MP में ओबीसी आबादी है 52 फीसदी, इस बार बीजेपी ने 68 उम्मीदवार इसी कैटेगरी के उतारे, जिसमें से 44 विधायक जीतकर आए। जबकि प्रदेश की 72 सीटों पर 40 फीसदी से ज्यादा OBC आबादी है। अबकी बार बीजेपी ने 72 में से 50 सीटें जीती 2024 के लिहाज से देखें तो MP की कुल 29 लोकसभा सीटों में से 20 सीटों पर OBC वर्ग का निर्णायक दबदबा है।

ऐसे में डॉ मोहन यादव का सीएम बनाया जाना बीजेपी को MP में बड़ा फायदा दे सकता है। एमपी में यादवों की आबादी 90 लाख है यानि तकरीबन 13 फीसदी…इसके साथ ही डिप्टी CM बनाए गए जगदीश देवड़ा SC वर्ग से आते हैं। तो वहीं राजेंद्र शुक्ल विंध्य क्षेत्र के हैं और सामान्य वर्ग से आते हैं। जाहिर है बीजेपी का पुराना कोर सवर्ण वोटर वर्ग इस फैसले से पार्टी के साथ और जुड़ सकता है। वहीं, ग्वालियर-चंबल अंचल से आने वाले नरेंद्र सिंह तोमर को मप्र विधानसभा का स्पीकर बनाकर पार्टी ने अंचल को महत्व देने के साथ-साथ राजपूतों को साथ लेकर चलने का मैसेज भी दिया है। माना जा रहा है कि डॉ मोहन यादव अपनी कैबिनेट में महाकौशल से कम से कम 4 आदिवासी चेहरों को मौका देकर संतुलन साधने का काम करेंगे। क्या ये समीकऱण कांग्रेस के लिए चैलेंज बढ़ाएंगे, इस सवाल पर क्या कहते हैं कांग्रेसी ये भी सुन लीजए।

कुल मिलाकर पार्टी ने तीन राज्यों में जीत के बाद डिप्टी सीएम फॉर्मूले में 2024 के लिहाज से सोशल इंजीनियरिंग, क्षेत्रीय संतुलन, संघ को साथ लेकर चलने के साथ-साथ नए-अनुभवियों का बेहतर तालमेल बनाने का काम किया है। सवाल है ये जमावट बाकी दलों के लिए कितनी बड़ी रुकावट साबित होती है।

 

 

 

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button