बिलासपुर। चार डाक्टरों को पुलिस ने गिरफ्तार कियाहै। चारों डाक्टरों पर कार्रवाई इलाज में लापरवाही मामेल में पुलिस ने किया है। इन डाक्टरों पर गलत इलाज के साथ-साथ सबूत मिटाने का भी आरोप था। दरअसल 26 दिसंबर 2016 को अपोलो अस्पताल बिलासपुर से एक मेमो मिला था, जिसमें दयालबंद निवासी गोल्डी उर्फ गुरवीन छाबड़ा द्वारा सल्फास पाइजनिंग से मृत्यु होने की जानकारी थी. इस पर थाना कोतवाली में मर्ग कायम कर जांच की गई।
जांच के दौरान मृतक के परिजनों ने अपोलो अस्पताल प्रबंधन व संबंधित डॉक्टरों द्वारा ईलाज में लापरवाही बरतने और गलत उपचार करने की शिकायत की। इस मामले में अस्पताल प्रबंधन पर भी कार्यवाही की जाएगी। दरअसल, अपोलो हॉस्पिटल में इलाज करा रहे मृतक गोल्डी छाबरा के परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन एवं डॉक्टरों पर ईलाज में लापरवाही का आरोप लगाया था।
अस्पताल प्रबंधन एवं डॉक्टरों द्वारा ईलाज में लापरवाही करने के संबंध में विवेचना के दौरान डॉक्टर देवेन्द्र सिंह, डॉक्टर राजीव लोचन, डॉक्टर मनोज राय एवं डॉक्टर सुनील केडिया द्वारा ईलाज में लापरवाही बरतना पाया गया. शुक्रवार को चारों डॉक्टरों को गिरफ्तार किया गया।