रायपुर
बृजमोहन अग्रवाल छत्तीसगढ़ के नये शिक्षा मंत्री होंगे। स्कूल शिक्षा विभाग के साथ-साथ उच्च शिक्षा विभाग का भी जिम्मा उनके पास होगा। इससे पहले भी बृजमोहन अग्रवाल शिक्षा मंत्री रह चुके हैं। बृजमोहन अग्रवाल पहले भी शिक्षा मंत्री रह चुके हैं। संविलियन की लड़ाई के दौरान बृजमोहन अग्रवाल काफी करीब से शिक्षकों की समस्याओं को देखते रहे हैं, लिहाजा शिक्षकों को ये जरूर उम्मीद होगी, कि उनकी मांगों को लेकर मंत्री तत्परता से काम करेंगे। स्कूल शिक्षा और उच्च शिक्षा मंत्री की जिम्मेदारी संभालने के बाद मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने बड़ा बयान भी दिया है।
मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश में 8 लाख कर्मचारी है, जिसमें से शिक्षक और शिक्षा विभाग से जुड़े कर्मचारियों की संख्या मिलाकर करीब चार लाख है। प्रदेश में नयी शिक्षा नीति को लागू करना और प्रदेश की स्कूल शिक्षा और उच्च शिक्षा को राष्ट्रीय स्तर पर लाना उनकी प्राथमिकता होगी। बृजमोहन अग्रवाल ने शिक्षकों की समस्याओं को दूर करने को लेकर भी बड़ा बयान दिया है। मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश में शिक्षा विभाग प्रदेश के विकास का मुख्य आधार है। शिक्षकों की समस्याओं का अगर समाधान होगा, तो वो बेहतर ढंग से शिक्षा व्यवस्था के संचालन में अपना योगदान देंगे। मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि शिक्षकों की समस्याओं पर आने वाले वक्त में मिलकर हम जरूर विचार करेंगे और उसे दूर करेंगे।
मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि शिक्षा प्रदेश के विकास का मुख्य आधार हौता है। शिक्षा व्यवस्था को प्रदेश में बेहतर किया जायेगा। विभाग और मंत्री के नाते वो इस पर बेहतर ढंग से काम करेंगे।