रायपुर। छत्तीसगढ़ में अब पुलिस विभाग के कर्मचारियांे को भी साप्ताहिक अवकाश मिलेगा। गृह मंत्री विजय शर्मा ने इसके लिए रोस्टर लागू करने कहा है। उन्होंने बुधवार की देर रात पुलिस मुख्यालय में अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में विभागीय कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान पुलिसकर्मियों को साप्ताहिक अवकाश देने का निर्णय लिया।
दिए ये निर्देश
छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम विजय शर्मा गृह मंत्रालय संभालने के बाद 3 जनवरी बुधवार को पहली बार पुलिस मुख्यालय पहुंचे। हालांकि कोई भी गृह मंत्री प्रभार ग्रहण करने के बाद एक बार पुलिस मुख्यालय का भ्रमण करने जाता है और यह पूर्णतः औपचारिक होता है। मगर विष्णुदेव सरकार के गृह मंत्री विजय शर्मा का यह दौरा अलग रहा। वे ठीक 10 बजे पुलिस मुख्यालय पहुंच गए थे और पूरे चार घंटे अधिकारियों के साथ विभिन्न विषयों पर विस्तार से चर्चा की
3 बिंदुओं पर हुई चर्चा
उनकी दिलचस्पी से पुलिस अधिकारी भी हैरान थे। क्योंकि इससे पहले कोई गृह मंत्री पुलिस सिस्टम को समझने में कभी रुचि नहीं दिखाई। बहरहाल, विजय शर्मा ने तीन बिंदुओं पर चर्चा की। क्राईम, ट्रेनिंग और प्लानिंग। सबसे अधिक उनका जोर रहा पुलिस भर्ती का शेड्यूल तैयार करने पर।
उन्होंने पुलिस अधिकारियों से पूछा कि पुलिस भर्ती में इतना टाईम क्यों लगता है। जाहिर है बीजेपी सरकार के समय एसआई के विज्ञापन में आज तक रिजल्ट जारी नहीं हो पाया है। गृह मंत्री ने अफसरों से कहा कि भर्ती के ऐसे शेड्यूल बनाएं ताकि इसमें लेटलतीफी न हो। उन्होंने पुलिस कर्मियों के आवासों की कमी पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि आरक्षक से लेकर दरोगा तक के लिए मकान बनाने में गंभीरता से काम किया जाए। गृह मंत्री को मंत्रालय में कैबिनेट की बैठक में हिस्सा लेने जाना था, इसलिए दो बजे चले गए। मगर उन्होंने कहा कि अगले हफ्ते वे फिर पीएचक्यू आएंगे।
विभाग के कार्यों की समीक्षा की
उप मुख्यमंत्री एवं गृह मंत्री विजय शर्मा ने आज यहां पुलिस मुख्यालय, अटल नगर, नवा रायपुर में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली। उन्होंने विभाग के प्रशासन शाखा, योजना, प्रबंध शाखा और अपराध शाखा सहित अन्य विभागीय कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि शासन द्वारा बनाए गए कानून व्यवस्था का उचित तरीके से पालन करते हुए आमजनों को समय पर न्याय दिलाना सुनिश्चित करें।
बैठक में पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा एवं अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने विभिन्न शाखाओं से संबंधित अद्यतन जानकारी से गृह मंत्री को अवगत कराया। उप मुख्यमंत्री शर्मा ने समीक्षा के दौरान नशीले पदार्थों के विरूद्ध कार्यवाही हेतु विशेष सेल बनाये जाने एवं पुलिस, ड्रग कंट्रोलर एवं नॉरकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के मध्य उच्च स्तरीय समन्वय स्थापित कर नशीले पदार्थों के विरूद्ध कार्यवाही किये जाने के निर्देश दिए। उन्होंने आधारभूत पुलिसिंग को मजबूत करने कहा। उन्होंने जनोन्मुखी पुलिस व्यवस्था स्थापित करने जिससे अपराधियों एवं अनैतिक कार्य करने वाले में पुलिस का भय हो तथा आम जनता में सुरक्षा की भावना एवं पुलिस के प्रति विश्वास बढ़े, ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
पुलिस भर्ती के लिए दिए ये निर्देश
गृह मंत्री शर्मा ने प्रदेश की कानून व्यवस्था की भी समीक्षा की एवं प्रो-एक्टिव पुलिसिंग करने तथा छोटी सी छोटी घटनाओं एवं अपराधों में कम से कम समय में कार्यवाही पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग में भर्ती की प्रक्रिया की पूरी समय सारिणी तय कर समय-सीमा में नियुक्ति करने कहा। शर्मा ने पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को जल्द से जल्द विभाग के कर्मचारियों के आवास एवं अधोसंरचना के संबंध में कार्य योजना तैयार कर प्रस्तुत करने के भी निर्देश दिये गये। उन्होंने सायबर अपराधों के अनुसंधान हेतु उच्च गुणवत्ता के सुसज्जित सायबर लैब को तैयार करने निर्देशित किया।
गृह मंत्री शर्मा ने गुजरात एवं अन्य राज्यों में सायबर इन्वेस्टिगेशन, क्राईम डिजिटलाईजेशन एवं अधोसंरचना विकास में किये जा रहे कार्य का अध्ययन कर इस दिशा में छत्तीसगढ़ राज्य के लिए भी प्रभावी कार्य योजना तैयार किये जाने निर्देशित किया। कर्मचारियों के कल्याण विशेषकर नक्सली हिंसा में घायल कर्मचारियों के कल्याण के संबंध में भी त्वरित एवं संवेदनशील कार्य किये जाने के लिए निर्देशित किया गया।
समीक्षा बैठक में पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा के साथ अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक हिमांशु गुप्ता, एस.आर.पी. कल्लूरी, प्रदीप गुप्ता, विवेकानंद, अमित कुमार, पुलिस महानिरीक्षक सुशीलचंद द्विवेदी, डॉ संजीव शुक्ला सहित पुलिस मुख्यालय एवं गृह विभाग, मंत्रालय के अरूणदेव गौतम, सचिव, गृह एवं संचालक, लोक अभियोजन, छ.ग., डॉ. बसवराजू, सचिव, गृह विभाग मंत्रालय महानदी भवन आदि अधिकारी उपस्थित रहे।