क्या है भारत और कनाडा विवाद? इसकी हत्या को लेकर भारतीयों को मिल रही धमकी
जून 2022 में अज्ञात बंदूकधारियों ने खालिस्तानी आतंकवादी निज्जर की गोली मारकर हत्या कर दी थी। जिसके बाद भारत और कनाडा के बीच तनातनी (India Canada Issue) शुरू हो गई। कनाडाई सरकार ने इसका आरोप भारत सरकार के एजेंटों पर लगाया है। वहीं भारत इस मामले को बेतुका बताकर खारिज कर चुका है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर बिगड़े भारत-कनाडा के बीच के रिश्ते सुधरते नहीं दिख रहे है। बताया जा रहा है कि जिस प्रांत में निज्जर की हत्या हुई थी, वहां रहने वाले भारतीयों को परेशान किया जा रहा है। मामला कनाडाई प्रांत ब्रिटिश कोलंबिया का है।
क्या है भारत-कनाडा विवाद के पीछे का कारण?
रिपोर्ट्स की माने तो, इस पूरे विवाद की जड़ में खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या मामला है। दरअसल, निज्जर की 18 जून 2023 को कनाडा में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उसे कनाडा में ब्रिटिश कोलंबिया के सरी स्थित गुरुनानक सिख गुरुद्वारा के पास दो अज्ञात बंदूकधारियों ने गोली मार दी। निज्जर खालिस्तान टाइगर फोर्स का प्रमुख था और भारत में एक घोषित आतंकवादी था।
18 सितंबर को निज्जर की हत्या को लेकर कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो ने वहां की संसद में भारत पर आरोप लगाए थे। ट्रूडो ने कहा था कि कनाडाई सुरक्षा एजेंसियों के पास यह मानने के कारण है कि भारत सरकार के एजेंटों ने ही निज्जर की हत्या की। कनाडाई एजेंसियां निज्जर की हत्या में भारत की साजिश की संभावनाओं की जांच कर रही हैं। ट्रूडो ने कहा था कि कनाडा की धरती पर कनाडाई नागरिक की हत्या में किसी भी प्रकार की संलिप्तता अस्वीकार्य है।
वहीं, भारत के विदेश मंत्रालय ने 19 सितंबर को कनाडा के आरोपों का पहली प्रतिक्रिया दी थी। भारत ने ट्रूडो के दावों को बेतुका और पूर्वाग्रह से प्रेरित बताते हुए इन्हें सिरे से खारिज कर दिया था। इसके साथ ही भारत ने कहा था कि इस तरह के आरोप सिर्फ उन खालिस्तानी आतंकी और कट्टरपंथियों से ध्यान हटाने के लिए, जिन्हें लंबे समय से कनाडा में शरण दी जा रही है।