BJP नेता असीम राय हत्याकांड मामले में पुलिस को मिली बड़ी सफलता, राजनीतिक षड्यंत्र के कारण हुई सुपारी किलिंग,दर्जन भर आरोपियों को पुलिस ने….
कांकेर । छत्तीसगढ़ के कांकेर जिला के भाजपा जिलाध्यक्ष और नगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष असीम राय हत्कांड में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। राजनीतिक षड्यंत्र के कारण हुए इस हत्याकांड में शामिल 12 आरोपियों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। पुलिस की गिरफ्त में आने वाले आरोपियों में कांग्रेस नेता भी शामिल है। वहीं असीम राय की गोली मारकर हत्या करने वाला मुख्य शूटर अब भी फरार है, जिसकी पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही है।
गौरतलब है कि कांकेर जिला के भाजपा जिलाध्यक्ष असीम राय की 7 जनवरी को गोली मारकर हत्या कर दिया गया था। इस हत्याकांड से पूरे कांकेर और राजधानी रायपुर तक हड़कंप मचा हुआ था। पखांजूर नगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष रहे असीम राय पर इससे पहले भी साल साल 2014 में जानलेवा हमला किया गया था। हालांकि उस हमले में असीम राय बाल बाल बच गए थे। लेकिन 7 जनवरी रविवार की रात पखांजूर के पुराना बाजार इलाके में बाइक सवार अज्ञात हमलावरों ने घर लौट रहे असीम राय की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
इस हत्याकांड के बाद पखांजूर और कांकेर जिले में भाजपाइयों ने अज्ञात हमलावरो की गिरफ्तारी को लेकर चक्का जाम कर दिया है। भाजपा नेता के इस हत्याकांड की तफ्तीश कर रही पुलिस को अब बढ़ी सफलता मिली है। पुलिस की जांच में इस बात का खुलासा हुआ है कि राजनीतिक षड्यंत्र के चलते असीम राय की हत्या हुई है। सूत्रों के अनुसार पखांजूर नगर पंचायत अध्यक्ष व कांग्रेस नेता बप्पा गांगुली और असीम राय के बीच पंचायत अध्यक्ष पद की कुर्सी को लेकर विवाद चल रहा था।
असीम राय के नेतृत्व में अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था, जिस पर 15 जनवरी को मतदान होना था। लेकिन इस अविश्वास प्रस्ताव के मतदान से पहले ही असीम राय की हत्या करवा दी गई। बताया जा रहा है कि इस हत्याकांड की सुपारी पंचायत अध्यक्ष कांग्रेस नेता बप्पा गांगुली और पार्षद विकास पाल ने मिलकर दी थी। हत्याकांड के इस खुलासे के बाद पुलिस ने वारदात में शामिल कांग्रेस नेता सहित 12 संदिग्धों को हिरासत में लिया है। बताया जा रहा है कि भाजपा नेता की सुपारी किलिंग में शामिल शूटर अब भी पुलिस की पकड़ से बाहर है। पुलिस आज दोपहर इस हतकांड का खुलासा कर सकती है।