रायपुर लोकसभा से विकास उपाध्याय या सुनील माहेश्वरी पर कांग्रेस लगा सकती है दांव…
रायपुर लोकसभा से विकास उपाध्याय या सुनील माहेश्वरी पर कांग्रेस लगा सकती है दांव…
रायपुर : छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने भी अपनी तैयारी शुरू कर दी हैं। प्रभारी सचिन पायलट लगातार सूबे के दौरे पर है। सभी 11 लोकसभा क्षेत्रों के लिए दमदार लोकप्रिय और युवा चेहरे की तलाश की जा रही हैं। कांग्रेस ने मन बना लिया है कि आचार संहिता लगने से पहले ही कम से कम पांच लोकसभा क्षेत्रों के प्रत्याशी घोषित कर दिया जाए। रायपुर लोकसभा क्षेत्र से जिन नामों को लेकर मंथन चल रहा हैं उनमें पूर्व विधायक विकास उपाध्याय और सुनील माहेश्वरी का नाम सबसे आगे बताया जा रहा हैं
कांग्रेसी सूत्रों की माने तो पार्टी इस बार इन दोनों में से किसी एक पर दांव लगा सकती हैं। दोनों ही युवा नेता अपने अपने इलाके में खासे सक्रीय होने के साथ साथ संगठन के मार्फत मिलने वाली जिम्मेदारियों का बखूबी निर्वहन करते आये हैं। सुनील माहेश्वरी छात्र राजनीती से निकले और जनपद तथा जिला पंचायत सदस्य रहे हैं। भाटापारा विधानसभा क्षेत्र से 2018 में भाजपा को कड़ी टक्कर दिए। सोशल मिडिया और संगठन में काफी एक्टिव हैं। राहुल गांधी के गुडबुक में भी हैं। इसी तरह विकास उपाध्याय भी जाना पहचाना चेहरा हैं।
एक बार के विधायक रहे हैं। संगठन में राष्ट्रीय स्तर के पदाधिकारी हैं। कुछ राज्यों में लोकसभा चुनाव प्रभारी भी रहे हैं। युवाओं में अच्छी पैठ रखते हैं। इस लिहाज़ से कांग्रेस यदि रायपुर लोकसभा क्षेत्र से सामान्य प्रत्याशी उतारती हैं तब उपाध्याय या माहेश्वरी में से किसी एक पर दांव लगा सकती हैं। प्रदेश कांग्रेस कमेटी का प्रत्याशी चयन के साथ साथ अभी पूरा फोकस राहुल गांधी के भारत जोड़ो यात्रा पर भी हैं। जहाँ जहाँ से यात्रा गुजरेगी वहां प्रभारी नियुक्त कर जोर शोर से तैयारी की जा रही हैं। उनके यात्रा के उपरान्त सम्भव है कुछ सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा कर दी जाए।
5 दिनों तक छत्तीसगढ़ के 7 जिलों में 536 किमी होकर गुजरेगी भारत जोड़ो न्याय यात्रा
राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा की छत्तीसगढ़ में ऐतिहासिक स्वागत होगा। इसे लेकर कांग्रेस कार्यकर्ता बेहद उत्साहित हैं। कांग्रेस ने राहुल गांधी की यात्रा के स्वागत की तैयारियां पूरी कर ली। इसके लिए 11 कमेटियां बनाई गई हैं। यात्रा जिन जिलों से गुजरेगी वहां के लिये वरिष्ठ नेताओं को जिम्मेदारी दी गयी है। छत्तीसगढ़ में यह यात्रा राज्य के 7 जिलों से होकर गुजरेगी। 536 किलोमीटर 5 दिनों तक राहुल गांधी छत्तीसगढ़ में रहेंगे।
‘भाजपा यात्रा में खलल डालने स्तरहीन हथकंडे अपना रही’
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि मणिपुर सरकार ने इम्फाल में यात्रा की शुरूआत के लिये पहले तो अनुमति देने से मना किया, जब अनुमति दी भी गयी तो उसमें शर्तें भी लगा दी गयी थी। असम की भाजपा सरकार ने यात्रा में बाधा करने के लिये स्तरहीन हथकंडे अपनाया था। भाजपा की मोदी सरकार अपने खिलाफ उठने वाली हर आवाज को दबाना चाहती है। वह नहीं चाहती है कि देश की जनता की महंगाई, बेरोजगारी जैसी समस्याओं के खिलाफ लोग एकजुट हो इसीलिये राहुल गांधी की यात्रा में बाधा पैदा करने के लिये षड़यंत्र रचा जा रहा है। मोदी सरकार कुछ भी कर ले लेकिन भारत के लोगों की आवाज न दबेगी, न रूकेगी।
‘एकता, अखंडता, संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए कांग्रेस प्रतिबद्ध’
उन्होंने कहा कि देश की एकता, अखण्डता, संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए कांग्रेस प्रतिबद्ध है। जनाधिकार की लड़ाई लड़ने के लिए कांग्रेस पार्टी आजादी के पहले से ही सत्याग्रह को एक मजबूत हथियार मानती है और भारत जोड़ो न्याय पदयात्रा आजादी के बाद देश का सबसे विशाल और परिवर्तक सत्याग्रह साबित होगा।