रेत माफियाओं के हौसले बुलंद, खनिज विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा, जानिए फिर क्या हुआ…..
रायपुर। राजधानी रायपुर में रेत माफियाओं का आतंक बढ़ गया है। यहां निरीक्षण करने पहुंचे खनिज विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा गया। इसकी रिपोर्ट थाने में दर्ज कराई गई है।
इसके आधार पर शासकीय कार्य में आधा, मारपीट सहित अन्य धाराओं के तहत अपराध दर्ज किया गया है। आरंग थाने में पंडरी मोवा निवासी आवेदक दिनेश तिवारी ने रिपोर्ट दर्ज करवाई। वे छत्तीसगढ शासकीय खनिज विभाग रायपुर में कार्यालय में चालक पद पर कार्यरत हैं।
रिपोर्ट के अनुसार सूचना पर ग्राम हरदीडीह थाना आरंग तहसील में रेत का अवैध परिवहन उत्खनन एवं रेत घाट पर निरीक्षण के लिए शासकीय वाहन से जिला खनिज कार्यालय के सुपरवाइजर अवध साहू पूरी टीम के साथ मंगलवार रात सात बजे ग्राम हरदीडीह रेतघाट महानदी पहुंचे।
वहां पर रेतघाट से अवैध उत्खनन करते दो पोकलेन को पकड़ा गया। रात्रि तकरीबन 10 बजे जब्ती कार्रवाई की जा रही थी, उसी समय गोलू दीवान, राजू ओगरे, दिनेश, रिषभ और अन्य लोग आकर अधिकारी द्वारा बनाए गए जब्ती पत्रक को फाड कर फेंक दिया।
इसके बाद घेराबंदी कर गाली-गलौज करने लगे। जान से मारने की धमकी देकर हाथ में रखे डंडे से मारपीट कर दी। माफियाओं और उसके गुर्गों से घिरे अधिकारी-कर्मचारी वहां से किसी तरह से भागे और अपनी जान बचाई। इसके बाद थाने पहुंच कर इसकी सूचना दी।
बताया गया है कि इलाके में रेत का अवैध उत्खनन धड़ल्ले से हो रहा है। पूर्व सरकार के शासनकाल से यह खेल जारी है। चूंकि रेत का कारोबार करने वाले ऊंची राजनीतिक पहुंच वाले होते हैं, इसलिए उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती। जब कोई कार्रवाई करता है तो माफिया उससे मारपीट करते हैं।