इन राशि वालों पर रहेगी सूर्यदेव-शनि की नजर….इनको मिलाएगी काम में सफलता
मेष राशि-
राशि से एकादश लाभ भाव में गोचर करते हुए सूर्य का प्रभाव हर तरह से बेहतरीन सफलता दिलाने वाला सिद्ध होगा। कार्य-व्यापार में उन्नति तो होगी ही लिए गए निर्णयों की सराहना भी होगी। उच्चाधिकारियों से संबंध मजबूत बनेंगे। परिवार के वरिष्ठ सदस्यों से भी सहयोग मिलेगा। प्रेम संबंधी मामलों में उदासीनता रहेगी। भावनाओं में बहकर लिया गया निर्णय नुकसान देय रहेगा। संतान के दायित्व की पूर्ति होगी। नव दंपति के लिए संतान प्राप्ति एवं प्रादुर्भाव के भी योग।
वृष राशि (Taurus): इस युति के कारण आपको राजयोग का फल प्राप्त होगा. इस समय आपको अपने कार्य स्थल पर सम्मानित भी किया जाएगा. काफी समय से आपका अटका हुआ कोई काम पूरा होने से आपको ख़ुशी मिलेगी.अगर कोई मकान लेना चाह रहे है तो समय अच्छा है.
मिथुन राशि (Gemini): इस युति के कारण आपको अपने भाग्य का भरपूर साथ मिलने जा रहा है.इस समय आपको छोटे- छोटे काम के सिलसिले में की गई यात्रा लाभ देने वाली होगी. आपके परिवार में किसी मंगल कार्य का भी आयोजन होगा. सूर्य शनि के कारण आपको धार्मिक यात्रा करने का सौभाग्य मिलेगा.
कर्क राशि (Cancer): इस युति से कर्क राशि के जातकों को चोट लग सकती है. आपको वाहन सावधानी से चलाना होगा. इस समय आपको सलाह दी जाती है कि आप अपनी वाणी को मधुर बनाए रखें.जो जातक व्यापार करते है उन्हें धन के लेनदेन में सावधानी बरतनी होगी.
सिंह राशि (Leo): इस युति से आपको वैवाहिक जीवन में थोड़ा तनाव देखने को मिल सकता है.इस समय आपमें अहंकार और घमंड की प्रवृति देखी जा सकती है. इस समय आपको अपने स्वास्थ्य का भी पूरी तरह से ध्यान रखना होगा. अगर आप कोई नया काम शुरू करने जा रहे है तो फिलहाल के लिए उसे टाल देना ही उचित रहने वाला है.
कन्या राशि-
राशि से छठे शत्रु भाव में गोचर करते हुए सूर्य का प्रभाव आपके लिए किसी वरदान से कम नहीं है। सोची-समझी रणनीतियां तो कारगर होगी ही किए गए कार्यों की सराहना भी होगी। कोर्ट कचहरी के मामलों में निर्णय आपके पक्ष में आने का संकेत। यात्रा देशाटन का लाभ मिलेगा। धार्मिक यात्रा भी कर सकते हैं। किसी महंगी वस्तु का कार्य करेंगे। इस अवधि के मध्य किसी को भी अधिक धन उधार के रूप में न दें अन्यथा वह धन समय पर मिलने में संदेह रहेगा। स्वास्थ्य के प्रति सावधान रहें
तुला राशि-
राशि से पंचम विद्या भाव में गोचर करते हुए सूर्य का प्रभाव बेहतरीन सफलता कारक रहेगा। प्रेम संबंधी मामलों में उदासीनता रहेगी। प्रेम विवाह में भी अड़चने आएंगी किंतु कार्य व्यापार की दृष्टि से समय उत्तम रहेगा। संतान संबंधी चिंता दूर होगी। नव-दंपति के लिए संतान प्राप्ति एवं प्रादुर्भाव के भी योग। कार्यक्षेत्र में उच्चाधिकारियों से संबंध मजबूत होगा। परिवार के वरिष्ठ सदस्यों से भी सहयोग मिलेगा। किसी अप्रत्याशित शुभसमाचार से पारिवारिक माहौल खुशनुमा हो जाएगा।
वृश्चिक राशि-
राशि से चतुर्थ सुख भाव में गोचर करते हुए सूर्य का प्रभाव बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता किंतु कार्य व्यापार की दृष्टि से समय उत्तम रहेगा। सफलताओं के बावजूद किसी न किसी कारण से पारिवारिक कलह और मानसिक अशांति का सामना करना ही पड़ेगा। जमीन-जायदाद संबंधी विवाद हल होंगे। कष्ट कर यात्रा भी करनी पड़ सकती है। यात्रा के समय सामान चोरी होने से बचाएं। अपनी रणनीतियां तथा योजनाओं को गोपनीय रखते हुए कार्य करेंगे तो अधिक सफल रहेंगे।
धनु राशि (Sagittarius): इस समय आपका साहस और पराक्रम बढ़ा हुआ रहने वाला है और आपकी वाणी के प्रभाव से आपके कार्य सिद्ध होंगे. इस समय आपको भाग्य का भरपूर साथ मिलने के योग बने हुए है. किसी धार्मिक यात्रा के माध्यम से कोई बड़ी डील हो सकती है. इस समय आपको पिता की ओर से धन की मदद मिल सकती है.
मकर राशि (Capricorn): इस समय आपको अपनी वाणी के प्रभाव से प्रसिद्धि मिलेगी. किसी कंपनी में किया गया निवेश धन की वृद्धि करने वाला होगा. आपको इस समय पारिवारिक विवाद से बचकर चलना होगा. इस समय आपको सलाह दी जाती है कि आप वाहन सावधानी से चलाएं.
कुंभ राशि (Aquarius): इस समय जो जातक नया काम शुरू करने की सोच रहे है उन्हें अभी और इंतज़ार करना होगा. इस समय आपको अपने स्वास्थ्य का भी ख्याल रखना होगा. वैवाहिक जीवन में इस समय तनाव बना रह सकता है इसलिए आपको अपने पार्टनर की भावनाओं को समझकर चलना होगा.
मीन राशि-
राशि से बारहवें व्यय भाव में गोचर करते हुए सूर्य का प्रभाव अत्यधिक भागदौड़ और खर्च का सामना करवाएगा। तीर्थ यात्रा पर अधिक खर्च होगा। कोर्ट कचहरी के मामलों में निर्णय आपके पक्ष में आने के संकेत। जमीन जायदाद संबंधी मामले हल होंगे। इस अवधि के मध्य स्वास्थ्य के प्रति अत्यधिक सावधान रहें। कोई भी कार्य जब तक पूर्ण न हो जाए उसे सार्वजनिक न करें। विदेशी मित्रों तथा संबंधियों से अप्रिय समाचार प्राप्ति के योग। परिवार में अलगाववाद की स्थिति उत्पन्न न होने दें।