दुर्घटना नहीं, हत्या:तीन लोगों की आग में जलकर हुई मौत, लेकिन…..
कवर्धा। कवर्धा में जिन तीन लोगों की आग में जलकर मौत हुई थी, दरअसल वो दुर्घटना नहीं, हत्या थी। नागाडबरा में तीन बैगाओं की मौत के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। पुलिस ने इस मामले में एक नाबालिग समेत 14 लोगों को गिरफ्तार किया है। आपको बता दें कि 14 जनवरी को कुकदुर थाना अंतर्गत नागाडबरा में पति पत्नी और बच्चा समेत तीन बैगाओं जले हालात में लाश मिली थी।
वही इस मामले में कांग्रेसियो के द्वारा थाना का घेराव प्रदर्शन कर न्यायिक जांच कराने की मांग किये थे, जलकर मौत नही हत्या करने का आरोप लगाए थे, काँग्रेसियो की हंगामा के बाद पुलिस हरकत में आयी और 14 लोगो को हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड में भेज दिया है।वहीं पुलिस ने बैगाओं की मौत आग लगने से होना बताया था। मौके पर कुल्हाड़ी और खून के छीटें भी पाई गई थी। जिस पर जांच की जा रही थी। घटना के 34 दिन बाद फॉरेंसिक जांच में खुलासा हुआ कि बैगाओ की मौत हत्या से हुई है। एसपी डॉ अभिषेक पल्लव ने हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया कि जमीन विवाद के चलते पति पत्नी और बच्चे को मौत के घाट उतारा गया था। जिसमें एक नाबालिग समेत 14 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
आरोपियों में दो महिलाएं भी शामिल हैं। एसपी डॉ अभिषेक पल्लव ने बताया कि घटना के दिन गांव में छुट्टी का कार्यक्रम था जिसके बाद जमीन विवाद को लेकर मृतक और आरोपियों के बीच विवाद हुआ। वहीं रात्रि में कुल्हाड़ी से हमला कर बैगाओं की हत्या कर दी गई। घटना को लेकर शुरू से ही संदेह जताया जा रहा था। पुलिस के मुताबिक छठ्ठी कार्यक्रम में गांव के सुखसिंह बैगा के घर गया था , जहा पर राजो बाई बैगा और मृतक बुध राम के मध्य जमीन को लेकर विवाद हुआ। उसी दिन सुख सिंग के इसी बात को लेकर खेत मे भी दोनो के मध्य विवाद हुआ। छठी घर मे बुध राम को बजरु ने बोला था कि तुम हम सब की बात नहीं मानते हो, गांव के सलाह में नहीं रहते हो, बहुत टिंग टिंग करते हो, आज इसे मार दो।
उसके बाद लगभग रात्रि 12 बजे गांव के लोग अपने अपने घर चले गए, जो मृतक बुधराम को अक्क्ल सिंग, बुधियारीन, व चारु बैगा उसके घर छोड़ते हुए अपने अपने घर जाना बताए कि लगभग 1.30 बजे राजो बाई बैगा के द्वारा शराब के नशे आरोपी सदर बुध सिंग बैगा,सुख सिंग, बजरु बैगा,सुखी राम बैगा, अक्कल सिंग बैगा, बुधियारिन बाई , तुहारू, संतु बैगा,बुधलाल, मियाजी बैगा, सुख राम बैगा, एक अपचारी बालक को बुलाकर लेकर आई जो आरोपी सदर द्वारा बुधराम बैगा के घर जाकर सोते हुए हिरमती बैगा, जोनहु बैगा, एवम बुध राम को हाथ को कस कर पकड़ कर संतू बैगा के द्वारा टगिया से मार कर हत्या कर दी। हत्या को छुपाने के लिए तीनो के शव को आग लगा दिया।