कोरबा । कोरबा में एसईसीएल की दीपका माइंस में हुए हादसे में तीन ग्रामीणों की मौत हो गयी है, जबकि दो की हालत नाजुक बतायी जा रही है। आपको बता दे गुरूवार की दोपहर दीपका खदान के ओल्ड माइंस के बंद पड़े खदान में अवैध तरीके से कोयला खनन के दौरान मिट्टी धसक गया था। इस हादसे में 5 ग्रामीण मिट्टी में दब गये थे। घटना के बाद किसी तरह 2 ग्रामीणों की जान बचाकर बाहर निकाला गया। जिनमें से एक की अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गयी थी। वहीं तीन अन्य ग्रामीणों को निकालने के लिए देर रात तक पुलिस और एसईसीएल प्रबंधन द्वारा रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। काफी मशक्कत के बाद आज सुबह 2 ग्रामीणों की लाश बरामद की गयी, वहीं तीसरे घायल ग्रामीण को खदान के निचले हिस्से से रेस्क्यू कर बाहर निकाला गया। लाश बाहर निकाले जाने के बाद स्थानीय ग्रामीण सुरक्षा घेरा तोड़कर अंदर जाने की कोशिश करने लगे। जिसे रोकने के दौरान पुलिस और ग्रामीणों के बीच झूमाझटकी की स्थिति निर्मित हो गयी।
गौतरलब है कि एक दिन पहले गुरूवार की दोपहर एसईसीएल की दीपका माइंस में बड़ा हादसा हो गया था। हरदीबाजार थाना क्षेत्र के शुआ भोड़ी व आसपास के ग्रामीण दीपका के बंद पड़े कोयला फेस में कोयला चोरी करने के लिए घुसे हुए थे। खदान में अवैध खनन के दौरान अचान मिट्टी धसने से 5 ग्रामीण मिट्टी में दब गये थे। घटना के तुरंत बाद मौके से अमित और लक्ष्मण मरकाम नामक ग्रामीण को बाहर निकाल लिया गया था। दोनों ग्रामीणों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां उपचार के दौरान लक्ष्मण मरकाम की मौत हो गयी। वहीं मिट्टी में तीन अन्य ग्रामीणों के दबे होने की जानकारी मिलते ही एसपी सिद्धार्थ तिवारी के निर्देश में पुलिस और एसईसीएल प्रबंधन द्वारा रेस्क्यू आपरेशन शुरू किया गया। बताया जा रहा है कि रात भर चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद आज सुबह जहा मिट्टी के मलबा में से शत्रुघन कश्यप और प्रदीप कमरो की लाश बरामद किया जा सका।
वहीं इस हादसे के दौरान खदान के निचले हिस्से में गिरकर बुरी तरह से घायल लक्ष्मण ओढ़े नामक ग्रामीण पर आज रेस्क्यू दल की नजर पढ़ी। जिसके बाद आनन फानन में उसे बाहर निकालकर अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया। बताया जा रहा है कि सुबह के वक्त खदान से लाश बरामद होने के बाद स्थानीय ग्रामीण सुरक्षा घेरा तोड़कर अंदर जाने की कोशिश करने लगे। पुलिस की समझाईश के बाद भी ग्रामीण पुलिस जवानों से उलझने लगे। खदान क्षेत्र में हुए घटना को लेकर पुलिस द्वारा संवेदनशीलता दिखाते हुए ग्रामीणों को रोकने का प्रयास किया गया। लेकिन ग्रामीणों द्वारा पुलिस के साथ झूमाझटकी शुरू कर दिया गया। जिसके बाद पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर ग्रामीणों को पीछे हटाया गया। काफी समझाईश के बाद नाराज ग्रामीण शांत हुए। दीपका खदान में हुए इस हादसे के बाद पुलिस ने तीन ग्रामीणों की मौत के बाद गांव में मातम व्याप्त है। वही पुलिस ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर घटना के कारणों की जांच शुरू कर दी है।