विधायक के भाई ने थाने में घुसकर DSP को दी धमकी

सरगुजा में एसईसीएल की अमेरा खदान में हुए डकैती के मामले में पुलिस की कार्रवाई पर जमकर हंगामा हो गया। पुलिस ने इस मामले में स्थानीय ग्रामीणों के खिलाफ अपराध दर्ज कर उन्हे गिरफ्तार किया था। जिसके बाद बीजेपी विधायक के भाई और स्थानीय लोगों ने थाने में पहुंचकर जमकर हंगामा मचाया गया। इस हंगामे के दौरान ही विधायक राजेश अग्रवाल के भाई ने थाने में मौजूद डीएसपी को धमकी भरे लहजे में यहां तक कह दिया कि…..तेरे को देखना पड़ेगा, याद रखेगा।
गौरतलब है कि सरगुजा में संचालित एसईसीएल की अमेरा माइंस में पिछले दिनों हथियार बंद लोग खदान में घुस गये थे। जिनके द्वारा खदान परिसर से तांबे के केबल की डकैती कर फरार हो गये थे। इस पूरे घटनाक्रम पर लखनपुर पुलिस ने एसईसीएल प्रबंधन की रिपोर्ट पर डकैती का अपराध दर्ज कर भोलाराम राजवाड़े, अमोल राजवाड़े, गणेश राजवाड़े, सिंग साय राजवाड़े के खिलाफ धारा 395 के तहत कार्रवाई कर गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। उधर ग्रामीणों के खिलाफ अपराध दर्ज कर जेल भेजने का मामला राजनीतिक रंग ले लिया। मंगलवार को लखनपुर थाने में फर्जी एफआईआर का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने थाने का घेराव कर दिया।
थाने के घेराव में ग्रामीणों के साथ पहुंचे भाजपा नेता विजय अग्रवाल ने डीएसपी को ही धमका दिया। भाजपाइयों और ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि एसईसीएल के सब एरिया मैनेजर के इशारे पर पुलिस फर्जी केस दर्ज कर रही है। उधर थाने में हंगामा बढ़ने की जानकारी मिलते ही विधायक राजेश अग्रवाल ने SDOP अखिलेश कौशिक से फोन पर चर्चा कर मामले की जानकारी ली। जिस पर SDOP ने स्थानीय ग्रामीणों के आरोपों का निष्पक्ष जांच करने का आश्वासन दिया गया। जिसके बाद जाकर थाने में चल रहा हंगामा शांत हुआ।
उधर इस पूरे मामले को लेकर ग्रामीणों ने कलेक्टर और सरगुजा एसपी ज्ञापन सौंपकर शिकायत की है। शिकायत में अमेरा खुली खदान में तांबे के केबल की डकैती के मामले में पुलिस ने निर्दोष ग्रामीणों पर अपराध दर्ज कर उन्हे जेल भेजने का आरोप लगाया है। ग्रामीण का आरोप है कि पुलिस ने जिन्हे डकैती के प्रकरण में आरोपी बनाकर गिरफ्तार किया है, वे सभी एसईसीएल के भूमि अधिग्रहण का विरोध कर रहे थे। भूमि अधिग्रहण का विरोध कर रहे ग्रामीणों को एसईसीएल प्रबंधन के इशारे पर पुलिस ने आरोपी बनाकर उनके खिलाफ अपराध दर्ज किया गया है।