ACB छापों से छत्तीसगढ़ में राजनीति गरमायी, कांग्रेस बोली, मुद्दाबिहीन बीजेपी साजिश के तहत मरवा रही छापे, मुकाबला करेंगे
रायपुर। छत्तीसगढ़ में इन दिनों घोटालों पर एसीबी-ईओडब्ल्यू एक्शन में है। लगातार पूछताछ और छापेमारी चल रही है। गुरुवार को भी एसीबी ने 21 जगहों पर छापेमारी की थी। इधर छापेमारी पर प्रदेश की राजनीति भी गरमायी है। एसीबी-ईओडब्ल्यू के छापों पर कांग्रेस ने भाजपा की मानसिकता पर आरोप लगाये हैं। कांग्रेस संचार विभाग प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा है कि यह बीजेपी की राजनीतिक साजिश है। बीजेपी के पास मुद्दे नहीं बचे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने इन छापों को गलत ठहराया है,फिर भी बीजेपी राजनीतिक साजिश के तहत यह कर रही है। जनता इसे समझ चुकी है, हम इसका राजनीतिक रूप से मुकाबला करेंगे।
आपको बता दें कि शराब घोटालों में एसीबी इओडब्ल्यू ने गुरुवार को प्रदेश के कई जिलों में छापेमारी की थी। इस दौरान टीम ने 19 लाख रुपये कैश बरामद किये थे, वहीं करोड़ों के जेवरात, जमीन, बैंक लॉकर और निवेश का पता चला है। इससे पहले एसीबी ने शराब घोटाले, कोयला घोटाले और महादेव सट्टा एप मामले में भी पूछताछ की थी। ईडी के बाद जिस तरह से अब इस मामले में एसीबी की टीम सक्रिय दिख रही है, इससे साफ है कि चुनाव में कांग्रेस इसे भी मुद्दा बनायेगी।
कल हुई छापेमारी की जानकारी देते हुए एसीबी ने बताया था कि आबकारी मामले में ब्यूरो के अपराध क्रमांक 04/2024, धारा 7. 12, भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम, 420, 467, 468, 471, 120बी. भादवि० की विवेचना के तारतम्य में आज दिनांक 11.04.2024 को, रायपुर में 09, दुर्ग-भिलाई में 07. राजनांदगांव में 01, बिलासपुर में 04, इस प्रकार कुल 21 विभिन्न स्थानों पर छापे की कार्यवाही कर तलाशी ली गई । तलाशी पर लगभग 19 लाख रूपये नकद, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जैसे लैपटॉप, पेन ड्राइव, बैंक स्टेटमेन्ट्स, चल-अचल संपत्ति संबंधी दस्तावेज, करोडों के आभूषण, बैंकों में करोडों के निवेश के अलावा अनेक अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज भी बरामद हुए हैं, जिनका परीक्षण किया जा रहा है। इन दस्तावेजों में आबकारी से अर्जित अवैध संपत्ति के सामान्य निवेश एवं शेल कम्पनियों के माध्यम से लेयरिंग, अनसिक्योर्ड लोन एवं निवेश संबंधी दस्तावेज शामिल हैं।