रायपुर: लोकसभा चुनाव के लिए मतदान की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है सियासी गलियारों में सरगर्मी तेजी से बढ़ रही है। वहीं, नेताओं के विवादित बयानबाजी के चलते माहौल और गर्माते जा रहा है। वहीं, आज कांग्रेस सांसद राहुल गांधी छत्तीसगढ़ के बस्तर दौरे पर हैं। बस्तर प्रवास के दौरान राहुल गांधी कांग्रेस प्रत्याशी कवासी लखमा के समर्थन में जनसभा को संबोधित करेंगे। लेकिन राहुल गांधी के दौरे से पहले कुछ समय पहले पार्टी छोड़े कद्दावर नेता ने लेटर बम फोड़ दिया है। बता दें कि लोकसभा चुनाव के समर में छत्तीसगढ़ कांग्रेस में एक के बाद एक लेटर बम फूट रहे हैं।
दरसअल कांग्रेस छोड़ भाजपा में आए चंद्रशेखर शुक्ला ने राहुल गांधी को एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने भूपेश बघेल के दावे और कवासी लखमा को बस्तर का प्रत्याशी बनाए जाने पर सवाल पूछा है। चंद्रशेखर शुक्ला ने पूछा है कि जीरम में संदिग्ध कवासी लखमा प्रत्याशी क्यों बनाए गए? भूपेश बघेल की जेब में रखे सबूत कब बाहर आएंगे? शहीदों के परिवार को न्याय दिलाने संसद में क्या प्रयास किए?
चंद्रशेखर शुक्ला ने राहुल गांधी का छत्तीसगढ़ में स्वागत करते हुए लिखा है कि ”कांग्रेस का पूर्व कार्यकर्ता होने के नाते कुछ प्रश्न जो सदैव मुझे परेशान करते रहे आपसे करना चाहता हूं, आपेक्षा, आग्रह है आप जवाब देंगे।
01. जिस कवासी लखमा को पूरा छत्तीसगढ़ और पूरा कांग्रेस झीरम घाटी नरसंहार का संदिग्ध मानता है तथा जिसे तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष डॉ. चरण दास महंत ने भी 2013 में संदिग्ध ठहराया था को आपने क्या क्लीन चिट देकर लोकसभा का उम्मीदवार बनाया है?
02. क्या झीरम के शहीदों को आप शहीद नहीं मानते हैं या सिर्फ शहीद सिर्फ वही हैं जो आपके परिवार से हैं, आपने इनको न्याय दिलाने के लिये संसद में कितनी बार मांग/प्रयास किया है?
03. पूर्व मुख्यमंत्री माननीय भूपेश बघेल जिन सबूतों को जेब में डालके रखे हुये हैं वह सबूत कब बाहर आयेंगे? अब तो आपकी सरकार भी चली गई माननीय भूपेश बघेल किसे बचाना चाहते हैं?
मेरा यह मानना है झीरम घाटी का नरसंहार कांग्रेस के नेताओं की आपसी खूनी रंजिश की परीणिती है जिसमें शहीद विद्या भैय्या, शहीद नंद कुमार पटेल, शहीद महेन्द्र कर्मा और शहीद उदय मुदलियार सहित 31 अन्य काँग्रेस कार्यकर्ताओं को शहादत देनी पड़ी थी।
मेरा शहीद उदय मुदलियार के परिवार से भी आग्रह है कि राजनांदगांव चुनाव के प्रत्याशी भूपेश बघेल को सबूत को सार्वजनिक करने का आग्रह करें।