शादी में 10 लाख रूपये दहेज नही मिला….तो दामाद जी ने खुद के अपहरण और हत्या की साजिश रच डाली, जानिए फिर क्या हुआ
भागलपुर। बिहार में एक नये नवेले दामाद ने दहेज में 10 लाख रूपये के लिए खुद के अपहरण की साजिश रच डाली। इतना ही नहीं आरोपी के भाई ने उसकी पत्नी समेत ससुराल वालों पर अपहरण का झूठा मामला भी दर्ज करवा दिया। कुछ देर के लिए पुलिस को भी मामला किडनैपिंग का लगा और वो तेजी से हरकत में आई। लेकिन पुलिस ने आनन-फानन में जब अगवा हुए दामाद को खोज कर बरामद किया तो मामला कुछ और ही निकला। ऐसे में अब दहेज लोभी दामाद जी की खातिरदारी उनके ससुराल वालों की जगह पुलिसवाले कर रहे हैं।
अपहरण की साजिश का ये पूरा मामला बिहार के भागलपुर जिला का है। यहां के नवगछिया के एसडीओंपी ओम प्रकाश ने मीडिया के सामने प्रेस क्रॉन्फ्रेंस कर बताया कि 12 अप्रैल को नवगछिया थाना क्षेत्र के नयाटोला निवासी विजय कुमार गुप्ता ने अपने भाई के अपहरण कर लिये जाने की शिकायत की थी। शिकायत में ससुराल पक्ष द्वारा अपहरण किये जाने का आरोप लगाते हुए उसने ससुराल वालों पर अपने भाई दिनेश कुमार गुप्ता की हत्या कर शव को गंगा नदी में फेंक देने का आरोप भी लगाया था। इसके साथ ही जल्द कार्रवाई न होने पर थाना प्रभारी के खिलाफ आंदोलन करने की धमकी भी दी गयी थी।
पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू की गई। सीनियर ऑफिसर के निर्देश पर मामले की जांच के लिए पुलिस टीम गठित की गई। टीम ने तकनीकी अनुसंधान की मदद से 24 घंटे के भीतर दिनेश गुप्ता को पटना के एग्जीबिशन रोड से बरामद कर लिया गया। पुलिस की पूछताछ में दिनेश ने बताया कि उसकी शादी जहांगीरपुर वैसी के शैलेश कुमार गुप्ता की पुत्री नेहा कुमारी से हुई थी। शादी के वक्त दिनेश के परिवार वालों ने उसे एमबीबीएस डॉक्टर बताया था,जबकि वह एक झोला छाप डॉक्टर था। शादी में लड़की वालों ने दहेज के तौर पर आठ लाख रुपए और अन्य सामान दिया था।
लेकिन शादी के बाद लड़का और उसके परिवार वाले फिर से लड़की वालों से 10 लाख रुपए का दहेज मांग रहे थे। यह रकम नहीं मिलने पर दिनेश के परिवार वालों ने साजिश रचकर उसे ससुराल भेजा। जहां से वह बिना किसी को कुछ बताये गायब हो कर पटना चला गया। इधर योजना के मुताबिक उसके परिवार वालों ने थाना में अपहरण की एफआईआर दर्ज करा दी।
दिनेश कुमार गुप्ता और उसके परिवार वालों के द्वारा साजिश के तहत इस अपहरण की झूठी कहानी बनाई गई। एसडीओंपी ओम प्रकाश ने बताया कि इस तरीके का झूठा मामला दर्ज करवाने के आरोप में दिनेश गुप्ता और उसके परिवार वालों पर भी कानूनी कार्रवाई की जा रही है।