सनातन के खिलाफ जहर उगलने वालों के साथ बैठने की क्या मजबूरी ? पीएम मोदी ने कांग्रेस से पूछा सवाल
नईदिल्ली। ANI को दिए एक इंटरव्यू में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मेरे पास बड़ी योजनाएं हैं। किसी को डरने की ज़रूरत नहीं है। मेरे निर्णय किसी को डराने, दबाने के लिए नहीं हैं। वे देश के समग्र विकास के लिए हैं।
डीएमके की हालिया ‘सनातन विरोधी’ टिप्पणी और उस पर जनता के आक्रोश पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “कांग्रेस से पूछा जाना चाहिए कि सनातन के खिलाफ इतना जहर उगलने वाले लोगों के साथ बैठना उनकी क्या मजबूरी है?…कांग्रेस की मानसिकता में ये कौन सी विकृति है…
‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ पर प्रधानमंत्री मोदी ने ANI से कहा, “…एक राष्ट्र एक चुनाव हमारी प्रतिबद्धता है। कई लोगों ने समिति को अपने सुझाव दिए हैं। बहुत सकारात्मक और नवोन्मेषी सुझाव आए हैं। अगर हम इस रिपोर्ट को लागू कर पाए तो देश को बहुत फायदा होगा।”
कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “दुर्भाग्य से आज हमारे यहां शब्दों के प्रति कोई ज़िम्मेदारी ही नहीं है…मैंने एक नेता को कहते हुए सुना ‘एक झटके में मैं गरीबी हटा दूंगा’। जिनको 5-6 दशक तक देश पर राज करने को मिला और वे आज कहते हैं कि मैं एक झटके में गरीबी हटा दूंगा। उन्हें सुनकर लोग सोचते हैं कि ये क्या बोल रहे हैं… हम ‘प्राण जाए पर वचन न जाए’ की महान परंपरा से निकले हैं। नेताओं को जिम्मेदारी लेनी चाहिए…आज हम जो कहते हैं उस पर लोगों को भरोसा है।”
तथाकथित ‘उत्तर-दक्षिण विभाजन’ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ” भारत को टुकड़ों में देखना भारत के प्रति नासमझी का परिणाम है। अगर आप हिंदुस्तान में देखें प्रभु राम के नाम से जुड़े हुए गांव सबसे ज्यादा कहां है? तो वह तमिलनाडु में है। अब आप इसको कैसे अलग कर सकते हैं। विविधता हमारी ताकत है, हमें इसका जश्न मनाना चाहिए…”