छत्तीसगढ़

किसानो को मालामाल बना देगी एलोवेरा की खेती,गर्मियों में भर-भर के बिकता है ये

किसानो को मालामाल बना देगी एलोवेरा की खेती,गर्मियों में भर-भर के बिकता है ये एलोवेरा की खेती किसान भाइयो के लिए मुनाफे का सौदा साबित हो सकता है,आइये आपको बताते है एलोवेरा की खेती कैसे की जाती है तो बने रहिये अंत तक-

एलोवेरा की खेती के लिए आवश्यक भूमि

Alovera Farming किसी भी जमीन पर की जा सकती है लेकिन लवणीय भूमि इसके लिए बेस्ट है किसानो को इसकी के उन्नत किस्मो के बीजो का इस्तेमाल करना चाहिए जिसे की एलोवेरा की उपज अच्छी हो किसान भाइयो को एलोवेरा की खेती करने के पहले खेती की मिटटी का परिक्षण करवा लेना चाहिए जिसके अनुसार खेत में रासायनिक उर्वरक डाल सके एलोवेरा की खेती के अच्छी वृद्धि के लिए किसानो को खेत में 25 किलो यूरिया,35 किलो फॉस्फोरस और 10 किलो पौर पोटाश प्रति एकड़ के साथ 3 से 4 टन गोबर खाद डालना चाहिए!

एलोवेरा की खेती करने का सही तरीका

किसान भाई एलोवेरा की खेती पुरे साल में किसी भी समय कर सकते है लेकिन फरवरी का महीना एलोवेरा की खेती के सबसे सही है मिली हुयी जानकारी के अनुसार एक एकड़ खेत में लगभग एलोवेरा के 4000 पौधे लगाए जा सकते है एलोवेरा की खेती में एलोवेरा के पौधो की रोपाई करने के लिए मुख्य पौधे से दो से तीन या कभी-कभी पांच पत्तियां निकलने वाले छोटे पौधे का इस्तेमाल करने का कोशिश करें।

से खरपतवार को निकलते रहे नहीं तो फसल ख़राब हो सकती है खरपतवार को हटाने के लिए आप खरपतवार नाशको का भी इस्तेमाल कर सकते है और एलोवेरा के पोधो की जड़ो के आसपास पानी को जमा नहीं होने देना है जिससे की एलोवेरा के पोधो को गिरने से बचाया जा सके यदि पुरे खेत की अच्छे से देखभाल करे तो एक एकड़ में लगभग 20-25 तन आसानी से एलोवेरा का उत्पादन किया जा सकता है!

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