नरेंद्र श्रीवास्तव
दंतेवाड़ा। जिला कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी के निर्देशन में जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास विभाग वरुण नागेश के मार्गदर्शन में यूनिसेफ के सहयोग से जिला बाल संरक्षण इकाई द्वारा अक्षय तृतीया के अवसर पर बाल विवाह की संभावनाओं को देखते हुए, किशोर सशक्तिकरण कार्यक्रम अंतर्गत बच्चों के अधिकारों की सुरक्षा के लिए बाल विवाह रोकथाम जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है, जिसके अंतर्गत 09 मई को दंतेवाड़ा के गीदम स्थित बस स्टैंड में युवोदय स्वयंसेवकों द्वारा बाल विवाह मुक्त दंतेवाड़ा की संकल्पना के साथ “चलो अब शुरुआत करें, बाल विवाह का नाश करें” जैसे नारों, नुक्कड नाटक एवं रैली के माध्यम से, बाल विवाह रोकथाम व उसके दुष्परिणाम से आम नागरिकों को जागरूक किया गया।
कार्यक्रम में, बाल विवाह से किशोर बालक-बालिकाओं पर पड़ने वाले शारीरिक और मानसिक नुकसान बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006 के अनुरूप लड़के व लड़कियों की विवाह हेतु निर्धारित आयु की जानकारी देते हुए आम लोगों को अपने आस-पास बाल विवाह नही करने व बच्चों की नियमित शिक्षा के लिए प्रेरित किया गया। इस कार्यक्रम में चाइल्ड हेल्प लाइन, सखी वन स्टॉप के जिला समन्वयक यूनिसेफ के अधिकारी, कर्मचारी शामिल हुए।