छत्तीसगढ़

सौर संयंत्रों में लापरवाही पर CEO राजेश राणा ने लिया एक्शन, 2 सब इंजीनियर को किया बर्खास्त

सूरजपुर ।राजेश सिंह राणा, सी.ई.ओ. क्रेडा द्वारा 11 और 12 मई को सरगुजा संभाग के सूरजपुर जिले के विभिन्न ग्रामों में जल जीवन मिशन एवं सौर सुजला योजना के अंतर्गत स्थापित सोलर संयंत्रों का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि जिला सूरजपुर के वि.खं. प्रतापपुर के ग्राम कल्याणपुर नवापारा के प्राथमिक स्कूल में मेसर्स श्री राधे ट्रेडिंग द्वारा जल जीवन मिशन योजना अंतर्गत स्थापित 09 मीटर ऊंचाई के स्ट्रक्चर विन्यास के सोलर ड्यूल पंप संयंत्र में स्थापित किये गये मॉड्यूल का ओरियेंटेशन पूर्व दिशा में है, जबकि तकनीकी रूप से यह दक्षिण दिशा में होना चाहिए, इस प्रकार उक्त संयंत्र गलत दिशा में स्थापित हुआ है। साथ ही उक्त संयंत्र की फ्लोरिंग भी टूटकर धंसी हुई पाई गई साथ ही पम्प कंट्रोलर और लाइटनिंग अरेस्टर की अर्थिग अलग से नहीं की गई है एवं जी आई पाइप की जगह पीवीसी कंड्यूट पाइप का उपयोग किया गया है। इस प्रकरण हेतु मुख्य कार्यपालन अधिकारी, क्रेडा द्वारा जिले

के उपअभियंता (प्लेसमेंट), खेमसिंग पर अनुशासनात्मक कार्यवाही करते हुए तत्काल प्रभाव से उनकी सेवा समाप्त कर दी गई साथ ही जिले के जिला प्रभारी श्री जे.आर. साण्डे को तथा इकाई मेसर्स राधे ट्रेडिंग को भी प्रकरण पर नोटिस जारी किया गया। इसी प्रकार ग्राम खड़गवाकला, विकासखंड प्रतापपुर में श्री कन्नीलाल जायसवाल के यहाँ 3 एचपी का सोलर पम्प स्थापित सोलर पंप के निरीक्षण के दौरान पाया गया कि उक्त संयंत्र का फाउंडेशन कमजोर हो जाने के कारण संयंत्र में स्थापित सोलर मोड्यूल एवं स्ट्रक्चर लुढ़क गया है। इस प्रकरण हेतु जिले के जिला प्रभारी श्री जे.आर. साण्डे, उप अभियंता (प्लेसमेंट) श्री कमल ध्रुव, मैकेनिक (प्लेसमेंट) श्री नितीन तिवारी व जिला सूरजपुर के अन्य विकासखंडों में जल जीवन के कार्यों की सतत् मॉनिटरिंग नही किये जाने तथा गुणवत्ता सुनिश्चिात करने के कार्यों में लापरवाही की शिकायतें फील्ड से प्राप्त होने के कारण कलेक्टर दर पर कार्यरत् परियोजना निरीक्षक मो. इस्लाम को तथा इकाई मेसर्स सोलाबीज को भी प्रकरण पर नोटिस जारी किया गया। इसी क्रम में जिला जशपुर के ग्राम भीतघरा में हितग्राही मुकुलता किसपोट्टा के यहाँ मेसर्स आरबीपी 11-05-2024 17:58 एनर्जी के द्वारा सौर सुजला योजना VIII अंतर्गत स्थापित 3 एचपी क्षमता के सोलर पम्प का निरीक्षण किया गया, इकाई द्वारा संयंत्र में लगाया हुआ स्टीकर घोर आपत्तिजनक पाया गया, एवं उक्त स्टीकर का संयंत्र में लगा होना आदर्श आचार संहिता का स्पष्ट उल्लंघन भी पाया गया, इस पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी, क्रेडा द्वारा नाराजगी जताई गई। इन कार्यों की मॉनिटरिंग भी क्रेडा के फील्ड अधिकारियो द्वारा जिम्मेदारी से नहीं किए जाने पर इकाई एवं क्रेडा के अधिकारी के विरुद्ध कड़ी

कार्यवाही करने के निर्देश समक्ष में अधिकारियों को दिए गये एवं जिला प्रभारी

जशपुर को गुणवत्ता पूर्ण कार्य कराए जाने हेतु निर्देशित किया गया। इस प्रकरण

हेतु मुख्य कार्यपालन अधिकारी महोदय, क्रेडा द्वारा जिले के संबंधित उप अभियंता (प्लेसमेंट) श्री राजकुमार श्याम पर अनुशासनात्मक कार्यवाही करते हुए तत्काल प्रभाव से उनकी सेवा समाप्त कर दी गई. साथ ही जिले के जिला प्रभारी तथा इकाई मेसर्स आर.बी.पी. को भी प्रकरण पर कड़ा नोटिस जारी किया गया। इसके पश्चात् सी.ई.ओ. क्रेडा द्वारा विकासखंड कुनकुरी के ग्राम धोड़ीडाण्ड में हितग्राही कोरना लियूस के खेत में सौर सुजला योजना अंतर्गत मेसर्स आर.बी.पी. द्वारा स्थापित सोलर पम्प क्षमता 5 एचपी का निरीक्षण कर हितग्राही से कार्यशीलता संबंधी जानकारी ली गई. इस संयंत्र का कंट्रोलर चोरी हो जाने के पश्चात इकाई को निविदा के शर्तनुसार इन्श्योरेंस क्लेम कर हितग्राही के यह स्थापित संयंत्र में नया कंट्रोलर लगाया जाकर उक्त संयंत्र को कार्यशील किया जाना था, किंतु इकाई द्वारा आज दिनांक तक इस संबंध में कोई कार्यवाही नहीं किए जाने पर सी.ई.ओ., क्रेडा द्वारा 48 घंटे के भीतर संयंत्र को कार्यशील करने के लिए स्थल से ही इकाई को निर्देशित किया गया एवं स्थल पर उपस्थित क्रेडा के अधिकारियों को यह भी निर्देशित किया गया कि यदि 48 घंटे के भीतर पम्प कार्यशील नहीं होता है तो इकाई के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही प्रस्तावित करे. इस प्रकरण हेतु इकाई मेसर्स आर. बी.पी. को कड़ा नोटिस जारी किया गया, साथ ही जिले के जिला प्रभारी, उप अभियंता (संविदा) श्री राजेन्द्र खेस एवं मैकेनिक (प्लेसमेंट) श्री पुरूषोत्तम साहू को भी प्रकरण पर नोटिस जारी किया किया गया है। श्री राणा के क्रेडा सी.ई.ओ. के पद पर कार्यभार संभालने के प्रारंभ से ही राज्य में क्रेडा के माध्यम से संचालित सोलर योजनाओं से संबंधित कार्यों के गुणवत्ता सुधार पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, साथ ही इस संबंध में गुणवत्ता में कमी पाये जाने पर लगातार कार्यवाहियां भी की जा रही हैं, जिससे राज्य में क्रेडा अंतर्गत कार्य कर रहे इकाईयों एवं अधिकारियों व कर्मचारियों में गुणवत्तायुक्त कार्य करने की प्रवृत्ति निरंतर बढ़ रही है।

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