कांग्रेस नेता विक्रम बैस की हत्या में नया मोड़, परिवहन संघ विवाद में मर्डर का अंदेशा
नारायणपुर। कांग्रेस नेता एवं परिवहन संघ के सचिव विक्रम बैस की हत्या के मामले में पुलिस की जांच में परिवहन संघ के विवाद की वजह सामने आई है। हत्या में शार्प शूटरों का इस्तेमाल हुआ है। बता दें कि परिवहन संघ से जुड़े चार लोगों की हत्या पिछले दो साल के भीतर हो गई है। नारायणपुर के एसपी प्रभात कुमार ने कहा है कि पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है। हत्या में शामिल लोगों की धरपकड़ के लिए विशेष टीम बनाई गई है। पुलिस को जो सबूत मिल रहे हैं उससे जल्द ही सभी आरोपी पकड़े जाएंगे
पेशेवर अंदाज में हत्या
मौके पर मौजूद चश्मदीद के बताए अनुसार, विक्रम सिंह अपनी बुलेट पर सवार होकर रात करीब पौने दस बजे अपने घर की ओर जा रहे थे। तभी उनके घर से लगभग तीन सौ मीटर पहले एक मोड़ के पास पहले से घात लगाकर खड़े हमलावरों ने उन्हें चलती बुलेट से खींचकर जमीन पर गिरा दिया। इस दौरान विक्रम ने इनका विरोध कर छोड़ने की बात कही। फिर जब वे जमीन में गिर गए तो कुछ ही दूर पर खड़ा दूसरा हमलावर उनके पास आया और अपने पास रखे घातक हथियार से विक्रम के सिर और सीने पर एक के बाद एक दो फायर कर दिया।
फायरिंग के बाद दोनों हमलावर बाइक के पास दौड़कर भागे जहां पहले से दो लोग बाइक को स्टार्ट कर खड़े थे, चारों एक ही बाइक पर सवार होकर एडका मार्ग की ओर भाग निकले। हत्या की घटना को अंजाम देने के लिए चारों हमलावर नकाब लगाकर आए हुए थे। कद और काठी के हिसाब से सभी 5:30 और पौने छह फीट के बताए जा रहे हैं। जींस और टीशर्ट पहनकर चेहरे को पूरी तरीका से हमलावरों ने ढांप रखा था।
दोस्तों के साथ ढाबे से खाना खाकर लौट रहे थे घर विक्रम
परिवहन संघ के दफ्तर में रात करीब 9:00 बजे तक काम करने के बाद विक्रम परिवहन संघ के कुछ दोस्तों के साथ स्थानीय ढाबा पहुंचे थे, जहां वे करीब आधा घंटा तक रुके और दोस्तों के साथ खाना खाकर अपनी नई बुलेट वाहन में सवार होकर घर जा रहे थे इसी दौरान विक्रम की रास्ते में हत्या कर दी गई। जिस गली से विक्रम घर जा रहे थे उस गाली पर जलने वाली सभी स्ट्रीट लाइट घटना के वक्त बंद थी। घटना के बाद पुलिस ढाबा के संचालक के साथ परिवहन संघ के सदस्यों से पूछताछ कर रही है।