मोबाइल की लत ने ली बच्चे की जान, इस वजह से हुई थी कहासुनी

रामानुजगंज। आज के दौर में बच्चों को मोबाइल के प्रति रूझान काफी बढ़ गया है। यह किसी नशे से कम नहीं है और यह लत में बदल चुका है। यदि बच्चों से मोबाइल छीन लिया जाए तो वे उग्र हो जाते है, जो अब जानलेवा भी साबित हो रही है। ऐसा ही एक मामला ग्राम मितगई में हुई। यहां मोबाइल देखने को लेकर बच्चों के बीच मामूली कहा-सुनी हो गई। इसी बीच एक 12 वर्षीय बालक इतना आक्रोशित हो गया तक उसने कमरे का दरवाजा बंद कर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना की सूचना पर पुलिस ने मर्ग कायम कर शव का पोस्टमार्टम भेज दिया है।
बता दें कि ग्राम मितगई के वार्ड क्रमांक-1 निवासी उदय विश्वकर्मा खेत की ओर गए थे। वहीं उनकी पत्नी घर के बाहर थी। सुबह करीब 9.30 बजे उनके बच्चे मोबाइल देख रहे थे। मोबाइल देखने को लेकर दोनों बच्चों के बीच मामूली विवाद हो गया। इसी बीच उनका 12 वर्षीय पुत्र आदित्य विश्वकर्मा इतना गुस्सा हुआ कि दूसरे कमरे में चला गया और दरवाजा बंद कर मां की साड़ी का फंदा बनाकर फांसी लगा ली।
घटना के 5 मिनट के भीतर पिता मौके पर पहुंचा तो बच्चों ने बताया कि आदित्य ने दरवाजा बंद कर लिया है। इसके बाद उन्होंने खपड़ा हटाकर देखा तो आशीष ने मां की साड़ी से फांसी लगा ली थी। फिर कमरे में घुसकर उसे फंदे से उतारा और रामानुजगंज अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां जांच के बाद डॉ हेमंत दीक्षित ने उसे मृत घोषित कर दिया।