नई दिल्ली :– दो दिन बाद यानी 4 जून को लोकसभा चुनाव का परिणाम जारी किया जाएगा। इससे पहले सातवें चरण की वोटिंग खत्म होने के बाद एक जून शनिवार की शाम 6 बजे के बाद विभिन्न मंडिया चैनलों पर सर्वे एजेंसियों की ओर से किए गए एग्जिट पोल के आंकड़े पेश किए जाने लगे। एग्जिट पोल के आंकड़ों ने किसी को खुशी और किसी को गम का अहसास कराया है। तमाम मीडिया संस्थानों की ओर से कराए गए सर्वे में एनडीए एक बार फिर पूर्ण बहुमत की सरकार बनाती दिख रही है। पीएम नरेंद्र मोदी बड़ी ताकत के साथ तीसरी बार सत्ता में वापसी करते दिख रहे हैं। ऐसे में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एग्जिट पोल के आंकड़ों पर सवाल अलग ही अंदाज में खड़ा किया है। उनके निशाने पर जिलों के डीएम आ गए हैं। वह प्रशासनिक अधिकारियों पर निशाना साधते दिख रहे हैं।
सोशल मीडिया एक्स पर किए गए पोस्ट में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि एग्जिट पोल का आधार ईवीएम नहीं डीएम है। प्रशासन याद रखे जनशक्ति से बड़ा बल और कोई नहीं होता। एक लांग पोस्ट में अखिलेश यादव ने एग्जिट पोल की क्रोनोलॉजी भी समझाई है। अखिलेश ने कहा कि विपक्ष ने पहले ही घोषित कर दिया था कि भाजपाई मीडिया भाजपा को 300 पार दिखाएगा, जिससे घपला करने की गुंजाइश बन सके। उन्होंने आरोप लगाया कि आज का ये भाजपाई एग्जिट पोल कई महीने पहले ही तैयार कर लिया गया था, बस चैनलों ने चलाया आज है। इस एग्जिट पोल के माध्यम से जनमत को धोखा दिया जा रहा है।
अखिलेश ने क्रोनोलॉजी को समझाते हुए कहा कि इस एग्जिट पोल को आधार बनाकर भाजपाई सोमवार को खुलने वाले शेयर बाजार से जाते-जाते लाभ उठाना चाहते हैं। अगर ये एग्जिट पोल झूठे न होते और सच में भाजपा हार न रही होती तो भाजपावाले अपनों पर ही इल्जाम न लगाते। उन्होंने कहा कि भाजपाइयों के मुरझाए चेहरे सारी सच्चाई बयान कर रहे हैं। भाजपाई ये समझ रहे हैं कि पूरे देश का परिणाम चंडीगढ़ के मेयर के चुनाव की तरह बदला नहीं जा सकता है, क्योंकि इस बार विपक्ष पूरी तरह से सजग है। जनाक्रोश भी चरम पर है।
अखिलेश यादव ने आगे कहा कि भाजपा से मिले हुए भ्रष्ट अधिकारी भी सुप्रीम कोर्ट की सक्रियता देखकर धांधली करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। साथ ही, वह जनता के क्रोध का भी शिकार नहीं होना चाहते हैं। सपा अध्यक्ष ने गठबंधन के कार्यकर्ताओं को भी आगाह किया। उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन के सभी कार्यकर्ता, पदाधिकारी और प्रत्याशी ईवीएम की निगरानी में एक प्रतिशत भी चूक न करें। इंडिया गठबंधन जीत रहा है। इसीलिए चौकन्ने रहकर मतगणना कराएं और जीत का प्रमाण पत्र लेकर ही विजय का उत्सव मनाएं।
अखिलेश यादव ने यूपी चुनाव 2022 के दौरान भी अधिकारियों पर निशाना साधा था। उन्होंने यूपी में भाजपा की लगातार दूसरी जीत में अधिकारियों की बड़ी भूमिका का जिक्र किया था। साथ ही, वोटर लिस्ट से नाम काटने और वोट न डालने जाने देने के आरोप भी लगाए गए थे। एक बार फिर अखिलेश लोकसभा एग्जिट पोल के आंकड़ों के जरिए ही प्रशासनिक अधिकारियों और खासकर जिलों के डीएम को निशाने पर लेते हुए दिख रहे हैं। दरअसल, तमाम एग्जिट पोल यूपी ही नहीं देश में भी भाजपा को बड़ी बढ़त दिलाते दिख रहे हैं।