कोरबा माइनिंग आफिस में EOW की दबिश : काउंटिंग खत्म होते ही EOW ने कोल घोटाला जांच की काउंटिक की शुरू…
कोरबा छत्तीसगढ़ में हुए कोयला घोटाले की जांच के लिए EOW की टीम ने कोरबा माइनिंग आफिस में दबिश दी है। इससे पहले ED की टीम ने माइनिंग आफिस में कैम्प कर हजारों पन्नों के दस्तावेज जब्त किये थे। ED की इस कार्रवाई के बाद अब EOW ने माइनिंग विभाग के कार्यायल में दबिश देकर पिछले 24 घंटे से दस्तावेज खंगाल रही है। बताया जा रहा है कि अफसर साल 2020 से 2022 तक के दस्तावेज खंगाल रहे है। उधर EOW की इस जांच के बाद ब्यूरोक्रेसी में एक बार फिर हड़कंप मचा हुआ है।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में हुए 540 करोड़ रूपये के कोयला घोटाले की जांच में ED ने बड़े खुलासे किये थे। कोल परिवहन में 540 करोड़ रूपये की लेवी के मामले में पूर्व सीएम की उप सचिव सौम्या चैरसिया, निलंबित आईएएस रानू साहू, समीर विश्नाई सहित इस खेल के मास्टर माइंड सूर्यकांत तिवारी जेल में है। कोल स्कैम की जांच कर रही EOW ने पिछले दिनों ही सभी को पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया था। बताया जा रहा है कि कोल स्कैम में आरोपियों से पूछताछ के बाद EOW के हाथ कई अहम जानकारी लगे है। जिसके बाद EOW ने इस मामले में सस्पेक्ट कई अफसरों को पूछताछ के लिए समन भी जारी किया है।
बताया जा रहा है कि पूछताछ में मिले अहम जानकारी के बाद बिलासपुर EOW की टीम को कोरबा में दबिश देने का निर्देश दिया गया। जिसके बाद बुधवार दोपहर से ही बिलासपुर EOW की टीम कोरबा कलेक्टोरेट स्थित खनिज विभाग के दफ्तर में डेरा डाली हुई है। सूत्रों की माने तो अफसर साल 2020 से 2022 तक के कोल परिवहन के लिए जारी आदेश के दस्तावेज खंगाल रहे है। इन्ही दस्तावेजों में एक अहम फाइल की भी तलाश की जा रही है, जिसे खोजने के लिए पूरा विभाग जुटा हुआ है। फिलहाल पिछले 24 घंटे से कोरबा माइनिंग आफिस में EOW के DSP रैंके के अफसर कोयला घोटाला से जुड़े दस्तावेज खंगालने में जुटे हुए है। वहीं दूसरी तरफ कोरबा खनिज विभाग में EOW की दबिश की खबर सामने आने के बाद से अधिकारियों के साथ ही ब्यूरोक्रेसी में हड़कंप मचा हुआ है।