छत्तीसगढ़

जैतखाम तोड़-फोड़ की जांच के लिए कांग्रेस ने किया जांच समिति का गठन, पूर्व मंत्री शिव डहरिया समेत कई नेताओं के नाम

रायपुर।  बलौदाबाजार में जिलाधीश एवं पुलिस अधिक्षक कार्यालय के साथ सैकड़ो वाहनों को जलाये जाने की घटना इस बात का प्रमाण है कि भाजपा से सरकार नहीं संभल रहा है। जैतखाम तोड़-फोड़ की जांच के लिए कांग्रेस ने एक समिति का गठन भी किया है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि देश के इतिहास में संभवतः ऐसा पहली बार हुआ है कि एसपी एवं कलेक्टर के कार्यालय को भीड़ ने जला दिया। कलेक्टर एवं एसपी को पीछे के दरवाजे से भागना पड़ा हो। यह घटना सरकार के एंटलीजेंस फेलीयर का परिणाम है। समाज ने प्रदर्शन के लिये अनुमति लिया था। सरकार को जानकारी थी फिर भी सावधानी क्यों नहीं बरती गयी। सतनामी समाज के द्वारा सोशल मीडिया के माध्यम से लोगो को बलौदाबाजार पहुंचने की अपील की गयी थी। बड़ी संख्या में लोग आयेंगे इसका भी अनुमान था। फिर प्रशासन ने लापरवाही क्यों बरता? जरा भी नैतिकता बची हो तो गृहमंत्री तत्काल अपने पद से इस्तीफा दे।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि साय सरकार की अकर्मण्यता के चलते ही बलौदाबाजार में कानून व्यवस्था बिगड़ी है। यदि समय रहते जैतखाम को क्षति पहुंचाने वालों पर कार्यवाही की गई होती और आहत समाज से संवाद किया गया होता तो ऐसी अप्रिय स्थिति निर्मित नहीं होती। धार्मिक भावनाएं आहत होने पर आंदोलित समाज को विश्वास में लिया गया होता तो ऐसे विध्वंसक प्रतिक्रिया नहीं होती।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि भाजपा से सरकार नहीं संभल रहा है। सरकार में बैठे हुये लोग मतिभ्रम के शिकार है। भाजपा को सीबीआई जांच पर बहुत ज्यादा भरोसा है। सतनामी समाज के लोग घटना सीबीआई जांच की मांग कर रहे है। सरकार ने अनेको मामलों की सीबीआई जांच करवाया है। इस मामले की जांच कराने में क्या दिक्कत है? किसको बचाने के लिये सरकार सीबीआई जांच से घबरा रही है। सरकार सतर्कता और सावधानी बरतती तो इतनी बड़ी घटना घटित नहीं होती।

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