रवि तिवारी ।
तिल्दा खरोरा/मिली जानकारी के अनुसार अडानी पावर प्लांट अपना क्षेत्र एवं उत्पादन बढ़ाने तथा पावर प्लांट का विस्तार करना चाहती है, इसी संबंध मे 22 जून को पर्यावरण विभाग द्वारा तिल्दा के समीपस्थ ग्राम ताराशिव मे जनसुनवाई का आयोजन 22 जून को रखा गया है जिसके विरोध मे ग्राम वाशियो के साथ आस- पास के ग्रामीणो मे आक्रोश है क्योंकि ग्रामीण जन अपने आप को ठगा महसूस कर रहे है 10 वर्ष पूर्व कम्पनी द्वारा अनेक वादा किया गया था जिसमे जमीन का उचित मुवावजा, युवाओ को नौकरी, पगार, csr मद से गाँवों मे विकास कार्य का ना होना आदि सम्मिलित है अब ग्रामीण जन एकजुटता होकर विरोध कर रहे है लगभग 1500 किसानों ने कहा की जनसुनवाई रद्द नहीं करने पर उसी दिन सामूहिक आत्म दाह किया जाएगा जिसकी जिम्मेदारी साशन प्रसासन की होंगी दरअसल अडानी पावर प्लांट द्वारा विस्तारिकरण के अंतर्गत 885 एकड़ मे नया प्लांट स्थापित करना है क्योंकि अभी तक 2*685ं का MW का प्लांट 10 वर्षो से संचालित है इसी को लेकर जनसुनवाई आयोजित की गयी है छत्तीसगढ़ ग्राम विकास एकता समिति द्वारा मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नाम से क्लेक्टर को ज्ञापन प्रेषित कर जनसुनवाई तत्काल रद्द करने की मांग की है साथ ही समिति द्वारा नौकरी से बेदखल किये गए लोगो को पुनः बहाल करने की मांग की है
ऐसे प्रदूषण की जानकारी होती तो जमीन नहीं बेचते किसान
क्षेत्र के किसान ईश्वरी साहू, दिनेश साहू, अजित यादव, लखन वर्मा, जितेंद्र साहू, अजित सोनकर, रमेश भारद्वाज ने कहाँ की 15 वर्ष पूर्व ज़ब जीएम आर ग्रुप ने जमीन खरीदी थी और कम्पनी डाला तो पैसा तो दिया पर गाँव की स्वक्छ हवा पानी को दूषित कर दिया रोजगार मे कोई प्राथमिकता नहीं मिली,300-350 की रोजी मे 12 घंटे काम किया जा रहा है ठेकेदारी मे नौकरी दी गयी है जिससे भी समय पर पगार नहीं मिलता लोग मजबूरी मे कार्य कर रहे है, यदि इसी तरह अब अडानी ने जमीन खरीदी तो स्थिति और भयावह हो जाएगी उन्होंने कहा की हम अपनी जिंदगी तो बर्बाद कर गए पर अपने बच्चो की आने वाली पीढ़ी की जीवन बर्बाद नहीं होने देंगे यदि हमारी बात नहीं सुनी गयी तो हम आत्महत्या के लिए तैयार है इसकी जिम्मेदारी कम्पनी के साथ साशन प्रसासन की होंगी।