भोपाल में डॉ. मुखर्जी की प्रतिमा का लोकार्पण, सीएम बोले-युगों तक याद किया जाएगा डॉ. मुखर्जी का बलिदान
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने शनिवार को डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी की जयंती के अवसर पर लालघाटी चौराहे पर डॉ. मुखर्जी की प्रतिमा का अनावरण कर पुष्पांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि जम्मू-कश्मीर से धारा-370 हटाने के लिए उन्होंने अपना बलिदान तक दे दिया है। डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी का जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाने के लिए दिए गए बलिदान को कोई भूल नहीं सकता। डॉ. मुखर्जी ने देश में दो बड़ी समस्याओं की ओर जनता का ध्यान आकृष्ट कराया था। पहला बंग-भंग और दूसरा जम्मू-कश्मीर में धारा-370 की समस्या का था। दोनों ही खतरे देश के लिए बहुत बड़े थे। डॉ. मुखर्जी ने जम्मू-कश्मीर से धारा-370 हटाने के लिए आत्म बलिदान तक दे दिया है। प्रदेश अध्यक्ष शर्मा ने कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कश्मीर में धारा 370 को हटाया गया और वहां अब चैन और शांति का माहौल है।
MP News: मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि डॉ. मुखर्जी का 33 साल की आयु में वाइस चांसलर बनना उनकी प्रतिभा को दर्शाता है। उनके द्वारा कश्मीर समस्या की ओर ध्यान आकर्षित करने के बाद भी देश में धारा-370 का कलंक जारी रहा एवं 40 हजार निरपराध लोग पीड़ा और हिंसा के शिकार हुए। अंततः प्रधामनंत्री नरेन्द्र मोदी के दृढ़-संकल्प ने देश को धारा-370 से मुक्ति प्रदान की। डॉ. मुखर्जी और पं. दीनदयाल उपाध्याय की रहस्यमयी परिस्थितियों में हुई मृत्यु देश के लिए खेद का कारण है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की विकास दर में निरंतर सुधार हो रहा है। ग्रामीण विकास गतिविधियों तथा पंचायतों की कार्य-प्रणाली से ग्रामीण क्षेत्रों में प्रगति स्पष्ट परिलक्षित हो रही है। विकास भवन में बना डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सभागृह पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के लिए उपयोगी सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि बहुमुखी प्रतिभा सम्पन्न डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी युगदृष्टा थे। उन्होंने देश के सामने मौजूद समस्याओं का पूर्वानुमान लगाकर देश की एकता बनाए रखने और देशवासियों को जागरूक करने का अद्भुत कार्य किया। अंग्रेजों के बंग-भंग के षड़यंत्र का भंडाफोड़ करने और कश्मीर की समस्या के दूरगामी दुःखद परिणामों से जन-जन को अवगत कराने के लिए देश उनका सदैव आभारी रहेगा।