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बस्तर की नैचुरल ब्‍यूटी के कायल हुए केंद्रीय वित्त आयोग अध्‍यक्ष, चित्रकोट जलप्रपात को देख बोले- बेहद सुंदर

जगदलपुर : केन्द्रीय वित्त आयोग के अध्यक्ष डॉ अरविंद पनगढ़िया के नेतृत्व में आयोग के सदस्यों और अधिकारियों का दल शुक्रवार को जगदलपुर पहुंचा। इस दौरान दल ने बस्तर के खूबसूरत चित्रकोट जलप्रपात के दूसरी छोर तीरथा पहुंचकर उसकी नैसर्गिक खूबसूरती को करीब से जाना। चित्रकोट जलप्रपात के तीरथा स्थित वॉच टॉवर पर जाकर सभी सदस्यों ने काफी समय तक जलप्रपात को निहारा और उसकी प्रशंसा की। वित्त आयोग के सदस्य अजय नारायण झा, एनी जॉर्ज मैथ्यू, डा मनोज पाण्डा, डा सौम्यकांति घोष मौजूद थे। टीम के सदस्य अजय नारायण झा ने नदी के उद्गम और संगम स्थल के बारे में जानकारी ली।

साथ ही उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की वास्तविक और नैसर्गिक खूबसूरती बस्तर में देखने को मिल रही है, जहां प्राकृतिक वातावरण बेहद सुंदर है, जो अपने आप में मिसाल है। झा ने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ के बारे में जितना सुना था, उससे भी कहीं ज्यादा बेहतरीन है। उन्होंने यहां के भोले भाले आदिवासी ग्रामीणों द्वारा की गई पारंपरिक आवभगत की प्रशंसा की। आयोग के दल ने चित्रकोट जलप्रपात की खूबसूरती को अपने कैमरों में कैद किया। इस अवसर पर कलेक्टर विजय दयाराम के., पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा, सीईओ जिला पंचायत प्रकाश सर्वे भी उनके साथ थे

नारायणपाल मंदिर की वस्तुकला देखकर प्रभावित हुए डॉ पनगढ़िया

इसके बाद बस्तर जिले के लोहांडीगुड़ा विकासखंड में स्थित नारायणपाल मंदिर का अवलोकन करने पहुंचे। वित्त आयोग के अध्यक्ष डा अरविंद पनगढ़िया मंदिर की वस्तुकला देखकर काफी प्रभावित हुए। उन्होंने मंदिर के इतिहास के बारे में जानकारी ली, जिस पर स्थानीय गाइड धनुर्जय बघेल ने जानकारी देते हुए बताया कि यह मंदिर चक्रकोट के छिंदक नागवंशी शासकों द्वारा 11वीं शताब्दी में बनाया गया है, क्षेत्र के नागरिकों में मंदिर के प्रति गहरी आस्था है, नारायणपाल मंदिर वर्तमान में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के अधीन है। इस दौरान सदस्यों ने मंदिर में दर्शन कर समूह फोटो भी खिंचवाई।

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