पटवारियों की मांगें मान गई सरकार! संघ ने हड़ताल खत्म करने का किया ऐलान, राजस्व मंत्री से हुई लंबी चर्चा
रायपुरः छत्तीसगढ़ में चल रहे पटवारियों की हड़ताल को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। बीतें कई दिनों से विभिन्न मांगों को लेकर चल रहे पटवारियों की हड़ताल अब खत्म हो गई है। सभी पटवारी अब काम पर लौट गए हैं। प्रदेश के राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा से मुलाकात के बाद आंदोलनरत पटवारियों ने यह फैसला लिया है। मंत्री टंकराम वर्मा ने घोषणा की है कि उनकी सभी मांगों पर विचार किया जाएगा।
अब बता दें कि पटवारियों के हड़ताल पर जाने के कारण प्रदेश में राजस्व से जुड़े कामों में देरी हो रही थी। आम आदमी आय, जाति, निवास, नामांतरण सहित अन्य कार्यों के लिए परेशान हो रहे थे। दरअसल, पटवारी लंबे समय से मांग कर रहे हैं कि उन्हें कंप्यूटर, लैपटॉप, प्रिंटर, स्कैनर और इंटरनेट की सुविधा दी जाए। पटवारी फिलहाल अपने संसाधन से ऑनलाइन काम कर रहे थे। इसकी वजह से उन पर अतिरिक्त खर्च का भार आ रहा था। पहले भी उन्होंने राजस्व सचिव और भू-अभिलेख के संचालक को ज्ञापन दिया था, पर कोई सुनवाई नहीं हो रही थी।
‘मुख्यालय निवास की बाध्यता की जाए’
इसके अलावा पटवारियों की मांग थी कि वेतन विसंगति दूर कर वेतन में बढ़ोतरी की जाए। वरिष्ठता के आधार पर पदोन्नति, संसाधन एवं भत्ते दिए जाएं। स्टेशनरी भत्ता, अतिरिक्त प्रभार के हल्के का भत्ता, पटवारी भर्ती के लिए योग्यता स्नातक की जाए। पटवारियों को मुख्यालय निवास की बाध्यता से मुक्त रखा जाए। बिना विभागीय जांच के एफआईआर दर्ज नहीं की जाए। इन्हीं प्रमुख मांगों के साथ ही 32 मांगों के निराकण की मांग पटवारी कर रहे थे