रायपुर। छत्तीसगढ़ में बढ़ी नक्सली घटना को लेकर आज सदन में जोरदार नारेबाजी हुई। नेता प्रतिपक्ष ने नक्सल घटना को लेकर सवाल उठाया था। उन्होंने गृहमंत्री से जानना चाहा कि दिसंबर 2023 से लेकर अब तक कितनी नक्सली घटना हुई है, जिसमें नक्सली मारे गये हैं या निर्दोषों को मारा गया है। उन्होंने शहीद जवान और नक्सलियों के बारे में भी जानकारी मांगी। जवाब में गृहमंत्री ने बताया कि दिसंबर से लेकर अब तक 273 नक्सली घटना हुई है।
उन्होने नक्सली घटना का ब्योरा देते हुए बताया कि नक्सली पुलिस मुठभेड़ की 92 घटनाएं घटी है। इन घटनाओं में 19 जवान शहीद हुए हैं, जबकि 88 घायल हुए है। वहीं आम लोगों की हत्या के बारे में गृहमंत्री ने बताया कि 34 आम नागरिक की हत्या हुई,आम नागरिक में 4 को नक्सलियों ने जनअदालत लगाकर मारा है। वहीं आईडी ब्लास्ट में 5 नागरिक मारे गए, जबकि 24 को नक्सलियों ने मुखबिर के शक में मारा है, जबकि 1 नागरिक क्रॉस फायरिंग में मारा गया है। वहीं 137 नक्सली मारे गए, जबकि 171 नक्सली गिरफ्तार हुए है।
इस दौरान नेता प्रतिपक्ष ने भरमार बंदूक को लेकर बड़ा सवाल उठाया। उन्होंने बताया कि वो पूर्व में गृहमंत्री रह चुके हैं, उस वक्त भरमार बंदूक बरामद नहीं हुआ करता था, अब कैसे बरामद हो रहा है। क्या ये भरमार बंदूक चलता भी है, क्योंकि ऐसे बंदूक का इस्तेमाल तो आजादी के पहले होता था। कहीं ऐसा तो नहीं भरमार बंदूक ले जाकर किसी के पास भी रख दिया जाता है और फिर उसे नक्सली बता दिया जाता है। क्या कभी भरमार बंदूक को लेकर जांच की गयी है, कि क्या वो चलता भी है या नहीं
नेता प्रतिपक्ष के इस संदेह पर गृहमंत्री ने आपत्ति जतायी है। उन्होंने कहा कि ऐसे बयान जवानों को हौसला तोड़ते हैं। उन्होंने कहा कि पूरी वास्तविक जानकारी सदन में रखी गयी है, उसमें किसी भी तरह की संदेह की बात या छुपाने की बात ही नहीं है। बाद में फर्जी नक्सली घटनाओं का हवाला देकर विपक्ष हंगामा और नारेबाजी करने लगा।