भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का पर्व रक्षा बंधन : सुरक्षा बलों की कलाईयों पर बहनों ने बांधा रक्षा सूत्र
रायपुर : भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का पर्व रक्षा बंधन आज कांकेर जिले के दूरस्थ अंचलों में स्थित विभिन्न कैम्पों में अत्यंत हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस विशेष अवसर पर महतारी वंदन योजना की महिला हितग्राहियों और स्वसहायता समूह की दीदीयों ने सुरक्षा बलों के जवानों को रक्षा सूत्र बांधकर उनकी सलामती की कामना की। बहनों द्वारा राखी बांधने पर जवान भावुक हो गए और उन्होंने बहनों को रक्षा का वचन देते हुए उपहार भी भेंट किए।
रक्षा बंधन के इस आयोजन में कांकेर जिले के दुर्गूकोंदल विकासखंड स्थित बी.एस.एफ 178 बटालियन भूस्की में ग्राम भुस्की की हिना गावड़े ने सुरक्षा बलों के जवानों को राखी बांधी। इसी प्रकार ग्राम भुस्की की कमिला नेताम ने भी बी.एस.एफ 178 बटालियन में राखी बांधते हुए अपने भाव व्यक्त किए। उन्होंने कहा “सुरक्षा बलों के जवान अपने घर-परिवार से दूर देश एवं प्रदेश की सुरक्षा में तैनात रहते हैं। ऐसे में रक्षा बंधन के अवसर पर हम बहनों का फर्ज बनता है कि उनकी कलाइयों को सूनी न रहने दें।”
इसी क्रम में बी.एस.एफ कैम्प कन्हार गांव, भानुप्रतापपुर विकासखंड अंतर्गत केवटी क्लस्टर के एस.एस.बी कैम्प और अंतागढ़ स्थित 28वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा सुरक्षा बल के जवानों को भी राखी बांधी गई। इसके अतिरिक्त कुहचे कैम्प अंतागढ़, कोयलीबेड़ा विकासखंड के बी.एस.एफ कैम्प प्रतापपुर, सीओबी 162 बटालियन बी.एस.एफ कैम्प रावघाट सहित जिले के विभिन्न स्थानों पर भी महिलाओं द्वारा जवानों को रक्षाबंधन पर राखी बांधा गया। बहनों ने कहा कि हमारे देश के जवान जो दिन-रात सतर्क रहकर हमारी रक्षा कर रहे हैं उनकी कलाईयाँ कभी भी सूनी नहीं रहेंगी। यह आयोजन न केवल जवानों के लिए उत्साहवर्धक रहा बल्कि बहनों के लिए भी यह एक गर्व का अवसर था।
इस अवसर पर महतारी वन्दन योजना के हितग्राही महिलाओं ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का महतारी वंदन योजना के लिए विशेष आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा “महतारी वंदन योजना ने मातृत्व को सम्मानित करने और महिलाओं के सशक्तिकरण में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।