जशपुर : छत्तीसगढ़ के जशपुरनगर में आंगनबाड़ी सहायिका भर्ती में हुए फर्जीवाड़ा के मामले में दो महिलाओं के खिलाफ सन्ना और बगीचा पुलिस ने सख्त कार्रवाई करते हुए धारा 420, 467, 468, 471 के अंतर्गत अपराध दर्ज कर लिया है. यह मामला तब सामने आया जब सन्ना के आईसीडीएस विभाग के परियोजना अधिकारी द्वारा की गई शिकायत में 2022-23 में हुई भर्ती प्रक्रिया में अनियमितता की जानकारी दी गई थी.
ग्राम पंचायत डुमरकोना के धोरापाठ में मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के पद के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए थे. चयन प्रक्रिया में माधवी बाई नामक महिला ने 461 अंक प्राप्त कर नियुक्ति प्राप्त की थी. हालांकि, जब उसकी प्रस्तुत कक्षा 12वीं की अंक सूची का सत्यापन किया गया, तो सूरजपुर जिले के भैयाथान स्थित स्कूल के प्राचार्य ने इसे फर्जी करार दिया.
इसी तरह, उसी पंचायत के धोरासाढ में नियुक्त माधुरी नामक महिला की अंक सूची भी सत्यापन के दौरान फर्जी पाई गई. इन मामलों के उजागर होने के बाद जनजातीय सुरक्षा मंच के राष्ट्रीय संयोजक गणेश राम भगत ने इस फर्जीवाड़े के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग की थी.
महिला एवं बाल विकास विभाग ने मामले को सुलझाने के बजाय केवल दोनों महिलाओं को बर्खास्त कर उनके स्थान पर दूसरी उम्मीदवारों को नियुक्ति पत्र जारी कर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया था. इससे जनजातीय सुरक्षा मंच के सदस्यों में रोष फैल गया, और उन्होंने 12 सितंबर को सन्ना में धरना प्रदर्शन की घोषणा की थी.
प्रदर्शन की धमकी के बाद विभाग ने सक्रियता दिखाते हुए दोनों फर्जीवाड़ा करने वाली महिलाओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने की कार्रवाई की है. जनजातीय सुरक्षा मंच ने इस मामले में न्याय की मांग करते हुए इसे आदिवासी समाज के खिलाफ एक बड़ी साजिश करार दिया है.