बालोद। शिक्षक दिवस के दिन ब्लॉक के ग्राम ओडगांव से एक दर्दनाक खबर सामने आई है। यहां के प्राथमिक शाला के हेडमास्टर देवेंद्र कुमार ठाकुर (57) ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। यह घटना उस वक्त की है, जब घर पर कोई भी मौजूद नहीं था। देवेंद्र ठाकुर की पत्नी भी शिक्षा विभाग में कार्यरत हैं, और घटना के समय वो भी स्कूल में थीं।
घटना का पता तब चला जब देवेंद्र के बच्चे स्कूल से घर लौटे और अपने पिता को फांसी पर लटका हुआ देखा। बच्चों की चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को फांसी के फंदे से उतारा और जांच शुरू की।
सुसाइड नोट में इस बात का जिक्र
पुलिस को घटनास्थल से एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें देवेंद्र ठाकुर ने अपनी मौत के लिए चार लोगों को जिम्मेदार ठहराया है। नोट में नौकरी के नाम पर ठगी गई राशि का भी उल्लेख किया गया है।
इस घटना ने पूरे गांव में दहशत फैला दी है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि मामले की निष्पक्ष जांच की गई, तो यह आत्महत्या का पर्दाफाश हो सकता है, जिसमें कई सफेदपोश राजनेता भी शामिल हो सकते हैं।
डौंडी थाना प्रभारी मुकेश सिंह ने कहा, मृतक देवेंद्र ठाकुर के शव के साथ एक सुसाइड नोट मिला है। इसमें लिखी बातों का खुलासा पूरी जांच के बाद ही किया जाएगा।
सुसाइड नोट इन चार लोगों के नाम का उल्लेख
एडिशनल एसपी अशोक जोशी ने मृतक के पास से मिले सुसाइड नोट में मौत के लिए जिम्मेदार चार लोगों के नाम को सार्वजनिक कर दिया। उन्होंने बताया कि घटनास्थल से मिले सुसाइड नोट में हरेंद्र नेताम, प्रदीप ठाकुर, मदार खान और मोहम्मद अकबर के नाम का उल्लेख है।
नोट में मृतक ने बताया है कि नौकरी के नाम पर पैसा लेने के बाद वापस नहीं किए जाने को लेकर ये कदम उठाया गया है। हालांकि अभी सुसाइड नोट मृतक देवेंद्र ठाकुर द्वारा ही लिखा गया है या नहीं जांच के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा। प्रकरण में जांच जारी है, नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।