रायपुर: छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने लोहारीडीह मामले को लेकर शनिवार को कांग्रेस के बंद को पूरी तरह विफल बताया है। अरुण साव ने कहा कि घटनाओं पर राजनीति करना कांग्रेस की आदत में शुमार है। प्रदेश में कानून-व्यवस्था पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में प्रदेश सरकार ने जीरो टॉलरेंस की नीति घोषित की है और अपनी इस प्रतिबद्धता के दृष्टिगत सरकार कठोर-से-कठोर फैसले लेने में संकोच नहीं कर रही है।
जनता ने कांग्रेस को नाकार दिया है
प्रदेश के उप मुख्यमंत्री साव ने कहा कि कांग्रेस को जनता ने लोकसभा और विधानसभा चुनाव में उसकी भूपेश सरकार की नाकामियों के चलते नकार दिया है। कांग्रेस के शासनकाल में प्रदेश में जंगलराज चल रहा था, सरेआम कानून-व्यवस्था का चीरहरण हो रहा था, तब कांग्रेसी खामोश बैठे रहे और सत्ता से उखाड़ फेंक दिए जाने के बाद अब कांग्रेसी राजनीति कर रहे हैं। साव ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभा रही है।
कठोर फैसले लेने में संकोच नहीं करेगी सरकार
उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था बनाए रखना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। हमने बार-बार आंकड़े प्रस्तुत किए हैं कि प्रदेश में अपराध कम हुए हैं और पूरा प्रदेश देख रहा है कि हमारी सरकार कानून-व्यवस्था को लेकर बेहद गंभीर है। लगातार कड़े और कठोर कदम उठाए जा रहे हैं। कानून-व्यवस्था पर जीरो टॉलरेंस की नीति के लिए हम संकल्पित हैं। किसी भी घटना ने दोषी कोई बचेगा नहीं सरकार, कठोर फैसले लेने में कोई हिला हवाला नहीं करने वाली। कांग्रेस अपनी ओछी राजनीति करना बंद करे।
कांग्रेस ने बुलाया था बंद
छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले के लोहारीडीह में प्रशांत साहू की पुलिस में कस्टडी के दौरान मौत के बाद सियासत तेज हो गई है। कांग्रेस ने शनिवार को छत्तीसगढ़ बंद बुलाया था। ज्यादातर जिलों में बंद का कोई असर नहीं दिखाई दिया। वहीं, कुछ जिलों मिलाजुला अशर देखने को मिला। कांग्रेस ने आऱोप लगाया कि पुलिस की पिटाई के कारण प्रशांत साहू की मौत हुई है।