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बाजार में मिलने वाला सरसों का तेल असली है नकली? 5 ट्रिक्स से मिनटों में करें पहचान…

नई दिल्ली। आजकल बाजार में मिलावट का खेल आम हो गया है। खाने-पीने की चीजों में भी मिलावट की खबरें अक्सर सुनने को मिलती हैं। देसी घी हो या सरसों का तेल, हर चीज में मिलावट होने का खतरा रहता है।

ऐसे में, जब भी हम अपने घर के लिए कोई फूड आइटम खरीदते हैं तो हमेशा एक सवाल हमारे मन में रहता है कि क्या यह चीज असली है या नकली?

सरसों का तेल हमारी रसोई का एक अहम हिस्सा है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि कई बार हम मिलावटी सरसों का तेल खरीद लेते हैं? यह न सिर्फ हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है, बल्कि हमारी जेब पर भी बोझ होता है। हालांकि अब आपको परेशान होने की ज्यादा जरूरत नहीं है, क्योंकि इस आर्टिकल में हम आपको ऐसे 5 ट्रिक्स (tricks to identify pure mustard oil) बताने जा रहे हैं जिनकी मदद से सरसों के तेल में हो रही मिलावट को आसानी से पकड़ा जा सकता है। आइए जानें।

ट्रिक नंबर-1

सबसे पहले एक छोटी सी कटोरी या बोतल में थोड़ा सा सरसों का तेल लें। इस कटोरी को फ्रिज में रख दें और इसे कम से कम 2-3 घंटे के लिए ठंडा होने दें। कुछ घंटों बाद फ्रिज से कटोरी निकालें और ध्यान से देखें। अगर तेल जम जाता है या इसकी सतह पर सफेद रंग का पदार्थ दिखाई देता है, तो तय मानिए कि यह तेल नकली है।

ट्रिक नंबर-2

थोड़ा सा सरसों का तेल अपने हाथों पर लें और अच्छी तरह से रगड़ें। ऐसा करने पर अगर आपके हाथों पर कोई रंग निकलता है या तेल से किसी तरह की केमिकल जैसी बदबू आती है, तो समझ जाइए कि यह तेल नकली है। शुद्ध सरसों का तेल हाथों पर कोई रंग नहीं छोड़ेगा और इसकी गंध भी तीखी होगी न कि केमिकल जैसी।

ट्रिक नंबर-3

सरसों के तेल की शुद्धता का पता लगाने के तरीकों में बैरोमीटर टेस्ट भी एक है। असली सरसों के तेल की बैरोमीटर रीडिंग आमतौर पर 58 से 60.5 के बीच होती है। अगर तेल की रीडिंग इस सीमा से अधिक है, तो यह संकेत है कि तेल में मिलावट हो सकती है। इसमें सस्ता तेल या अन्य पदार्थ मिलाए गए हो सकते हैं, जिससे तेल का घनत्व बढ़ जाता है।

ट्रिक नंबर-4

नाइट्रिक एसिड टेस्ट से भी आप सरसों के तेल की शुद्धता की जांच कर सकते हैं। असली सरसों के तेल में नाइट्रिक एसिड मिलाने पर कोई खास बदलाव नहीं होता है, जबकि मिलावटी तेल के साथ प्रतिक्रिया करने पर रंग में बदलाव या अन्य परिवर्तन हो सकते हैं। इस टेस्ट के लिए ट्यूब में 5 ग्राम सरसों का तेल लें और इसमें कुछ बूंदें नाइट्रिक एसिड मिलाएं। अगर तेल शुद्ध है तो उसके रंग में कोई बदलाव नहीं आएगा। अगर रंग में कोई बदलाव होता है, जैसे कि लाल या भूरा रंग, तो यह संकेत है कि तेल में मिलावट हो सकती है।

ट्रिक नंबर-5

एक छोटी कढ़ाई में थोड़ा सा सरसों का तेल लें। इसके बाद तेल को धीमी आंच पर गर्म करें। जैसे ही तेल गर्म होता है, धुआं निकलना शुरू हो जाता है। धुएं का रंग और तेल की गंध को ध्यान से देखें। अगर तेल से तेज धुआं निकलता है और इसकी गंध थोड़ी कम हो जाती है, तो मुमकिन है कि यह तेल शुद्ध हो, लेकिन अगर धुआं कम निकलता है या तेल की गंध में कोई बदलाव नहीं होता है तो यह संकेत है कि तेल में मिलावट हो सकती है।

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