खरोराछत्तीसगढ़

ग्राम करमा में 70 वर्षो से हो रहा रामलीला का मंचन- आज सीता हरण

भैंसा/खरोरा : भैंसा के समीपस्थ ग्राम करमा में विगत 70 वर्षो से निरंतर श्री राम लीला का मंचन हो रहा है जिसमें कलाकारों की लगभग तीन से चार पीढ़ी कार्य कर चुकी है पर अभी तक शासन या स्थानीय प्रतिनिधियों से इसे कोई सहयोग नहीं मिला और प्रशासन की उदासी के कारण आज तक पंजीयन भी नहीं हो पाया जिससे कार्य के अनुरूप इन्हे ख्याति नहीं मिल पायी स्थानीय लोगों से मिली जानकारी अनुसार रायपुर जिले के अंतर्गत आरंग ब्लॉक अंतर्गत भैंसा ग्राम से लगे हुए गाँव करमा पारम्परिक त्यौहारो के आयोजन और रामलीला के लिए इनकी खास पहचान है तथा राज्य स्तर की कई प्रतियोगिताओं में भाग लेने के साथ-साथ अनेक पुरस्कार भी ले चुकी है जहाँ आज गाँवों की परम्परा दिन ब दिन बदलती जा रही है और संस्कृति की चमक आधुनिकीकरण में धुंधली होती जा रही है वही ग्राम करमा में हमें पिछले 70 वर्षो से सहेज कर आज भी रामलीला का मंचन बड़े ही हर्ष उत्साह से किया जा रहा है.

नवयुवक राम लीला मंडली करमा के संचालक मोटराम धुरंधर 87 वर्ष जो आज भी संचालक के पद पर निहित है और पिछले 40-45 वर्ष से जुड़े है तथा पूर्व में कौमिक के साथ व्यास का कार्य करते थे उनसे बात करने पर पता चला की यह रामलीला का मंचन उत्तर प्रदेश से आये खरे के सान्निध्य में फला फुला है तथा इसमें सैकड़ो नामी व वाद्य कला में निपुण कलाकारों ने भूमिका निभाई है और हम लोगों को सिखाया है अब तो वो गुजर गए है पर कला के रूप में आज भी हमारे मध्य प्रेरणा स्वरूप जीवित है वही बात करें तो रामलीला में पहले 35 लोगों की टोली होती थी पर अब यह सिमट कर 15 से 20 लोग हो गए है हम इस मंडली को अपनी गाँव संस्कृति की धरोहर मानते है और इसी भावना से आज भी इसे संचालित कर रहे है

वही राम लीला मंडली के मैनेजर पंडित रामखिलवन तिवारी जो पूर्व में लक्ष्मण की भूमिका अदा करते थे उनका कहना है कि ये हमारे सनातन धर्म का मूल है इसका निरंतर पाठन वाचन और मंचन होते रहना चाहिए जिससे हमारे संस्कृति और धर्म संरक्षित रहे इस कड़ी में इस वर्ष 7 दिनों की श्री रामलीला का आयोजन किया जा रहा है जो 6 अक्टूबर से शुरू हुई है जिसमें विगत रात्रि धनुष यज्ञ की अनुपम लीला का मंचन हुवा जिसमे श्री राम जी द्वारा शिवाय धनुष का भंजन किया गया और माँ सीता को पत्नी रूप में वरण किया गया इस मंचन को देखने गाँव में सैकड़ो की संख्या में दर्शक गण उपस्थित हुए आज की लीला में राम की भूमिका पंडित रोहित तिवारी द्वारा अदा की गयी और साथ में लक्ष्मण के रूप में तिलक वर्मा दिखे इन दोनों की जोड़ी को खूब सराहा गया और इस भूमिका ने खूब तालिया बटोरी गयी

वही कौमिक पात्र में नारायण निषाद और चंदन यादव की जोड़ी हास्य रस से दर्शकों का मन मोंहा तथा मात्र 8 वर्ष के चंदन की खूब तारीफ हुई तथा वीर रस की अनुभूति गोवर्धन नायक ( रावण)- यशवंत नायक (बानासूर) ने कराया राजा जनक के रूप में रवि धुरंधर ने अपना पूरा जोर लगाया और समा को साधने में सफल रहे स्त्री पात्र में पीताम्बर की सुरीली गीत ने मन मोंहा तो अमित ने मार्मिक भूमिका निभाई आज की लीला में सीता हरण की लीला का मंचन होगा. रामलीला सांय 7:30 बजे से शुरू होकर रात्रि 11 बजे तक चलती है इस वर्ष व्यास के रूप में चिचपोल निवासी वैष्णव अपने साथियों के साथ मधुर भजन के साथ साथ श्री रामायण वाचन से दर्शकों का मन मोंह रहे है और अपनी कल की छटा बिखेर रहे है इस रामलीला मंडली के सदस्यों में मोटराम धुरंधर- संचालक, पंडित रामखिलावन तिवारी- मैनेजर, संयोजक -भैया राम वर्मा, देव चरण वर्मा, बिसम्भर वर्मा, रामजी वर्मा पात्र गण में गिरधारी वर्मा, कामदेव, नारायण निषाद, यशवंत, लोचन तिवारी, गोवर्धन नायक, रवि तिवारी, रवि धुरंधर, नायक, सहदेव विश्वकर्मा, अमित धुरंधर, तिलक राम वर्मा, रोहित तिवारी, भीखम दास मानिकपुरी, कृष्णा वर्मा, चंदन यादव, डिगेश वर्मा, एवं ग्रामीण जनों का विशेष सहयोग रहा.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button