आज नवमी के दिन करें सिर्फ इन चीजों का दान, अन्न-धन से भर जाएंगे आपका भंडार…
नई दिल्ली : आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि मां सिद्धिदात्री को समर्पित है। इस दिन भक्ति भाव से मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है। इसके साथ ही कन्या पूजन भी किया जाता है। इस शुभ तिथि पर साधक नवरात्र का व्रत खोलते हैं। धार्मिक मत है कि मां सिद्धिदात्री की पूजा करने से साधक की हर मनोकामना पूरी होती है। साथ ही सुख, सौभाग्य एवं आय में बढ़ोतरी होती है। साधक श्रद्धा भाव से नवमी तिथि पर स्नान-ध्यान कर मां सिद्धिदात्री की पूजा-भक्ति करते हैं। इस शुभ तिथि पर दान करने का भी विधान है। अगर आप भी मां सिद्धिदात्री की कृपा के भागी बनना चाहते हैं, तो नवमी तिथि पर पूजा के बाद दान करें।
इन चीजों का करें दान
अगर आप करियर और कारोबार में मनमुताबिक सफलता पाना चाहते हैं, तो शारदीय नवरात्र की नवमी तिथि पर पूजा के बाद गेहूं, सेब, गुड़, शहद, अनार, आडू, चेरी, आलूबुखारा, स्ट्रॉबेरी, मसूर की दाल, टमाटर और चुकंदर का दान करें।
अगर आप मान-सम्मान और पद-प्रतिष्ठा में बढ़ोतरी पाना चाहते हैं, तो शारदीय नवरात्र की नवमी तिथि पर पूजा के बाद पके केले, बेसन, पपीता, चने की दाल, अनानास, अरहर (तुअर) की दाल, पीली शिमला मिर्च, पीले रंग के कपड़े, हनीड्यू आदि चीजों का दान करें।
अगर आप सुखों में वृद्धि पाना चाहते हैं, तो शारदीय नवरात्र की नवमी तिथि पर चीनी, मिश्री, चावल, आटा, मैदा, सूजी, सफेद रंग के कपड़े, सफेद तिल, सफेद मूंग आदि चीजों का दान करें।
अगर आप कुंडली में व्याप्त अशुभ ग्रहों एवं शनि दोष से निजात पाना चाहते हैं, तो शारदीय नवरात्र की नवमी तिथि पर काले तिल, काली उड़द, साबुत मसूर, सिंघाड़ा, चमड़े के जूते एवं चप्पल और काले कंबल का दान करें।
इन चीजों के दान से जीवन में व्याप्त सभी प्रकार की परेशानियों से अवश्य ही निजात मिलेगी।