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बाबा सिद्दीकी हत्याकांड: कोर्ट में पहली बार बिश्नोई गैंग का जिक्र, सरकारी वकील ने किया बड़ा दावा

नई दिल्ली : एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में प्रवीण लोनकर को पुणे से गिरफ्तार किया गया है. पुलिस 28 वर्षीय लोनकर की तलाश कर रही थी. उन पर बाबा सिद्दीकी की हत्या की साजिश में शामिल होने का आरोप है. बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद संदिग्ध शुभम लोनकर ने फेसबुक पर एक पोस्ट शेयर किया था. उन्होंने पोस्ट से दावा किया कि लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने हत्या की है. इसके बाद पुलिस लोनकर बंधुओं की तलाश में जुट गई. पुलिस ने 28 साल के प्रवीण लोनकर को पुणे में गिरफ्तार किया. पुलिस ने प्रवीण लोनकर को आज कोर्ट में पेश किया. इस दौरान सरकारी वकील ने आज पहली बार कोर्ट में बिश्नोई गैंग का जिक्र किया.

सरकारी वकील ने अदालत में कहा, दोनों आरोपी भाई प्रवीण लोनकर और शुभम बिश्नोई गिरोह से संबंधित हैं. आरोपी शुभम लोनकर फिलहाल फरार है. उसके खिलाफ पहले ही आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया जा चुका है. शुभम लोनकर कहां है यह तो उसका भाई ही बता सकता है, इसलिए सरकारी वकील ने मांग की कि उसे पुलिस हिरासत दी जाए. सरकारी वकील ने मांग की कि आरोपी प्रवीण लोनकर को 21 अक्टूबर तक पुलिस हिरासत में भेजा जाए.

क्या है आरोपी वकीलों की दलील?
इस दौरान आरोपियों के वकीलों ने भी बहस की. वकीलों ने कहा कि कहीं कुछ भी हो जाए, पुलिस हमेशा शुभम लोनकर के भाई को हिरासत में लेती है और पूछताछ करती है. इस मामले में भी प्रवीण लोनकर को घर से हिरासत में लिया गया था. आरोपी प्रवीण इसमें सक्रिय रूप से शामिल नहीं है. वह एक आम आदमी है जो दूध की डेयरी चलाता है. वकील ने तर्क दिया कि शुभम लोनकर को गिरफ्तार करने के बजाय, प्रवीण लोनकर को हिरासत में लेने की कार्रवाई की जा रही है.

प्रवीण लोनकर 21 तक रिमांड पर
सरकारी वकील ने 21 तारीख तक आरोपी की पुलिस हिरासत की मांग की. आरोपियों के वकीलों की मांग थी कि कम से कम पुलिस हिरासत दी जाए. आरोपियों के वकीलों ने दलील दी कि आरोपी प्रवीण लोनकर को इस अपराध में गलत तरीके से फंसाया जा रहा है. दोनों पक्षों की पूरी दलीलें सुनने के बाद कोर्ट ने पुलिस हिरासत को लेकर फैसला सुनाया. कोर्ट ने प्रवीण लोनकर को 21 तारीख तक पुलिस हिरासत में भेज दिया.

 

 

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