ससुराल में 16 सालों से कैद महिला के शरीर ने छोड़ा साथ, इलाज के दौरान हुई मौत…
भोपाल। राजधानी के बरखेड़ी इलाके में 16 साल तक ससुराल की प्रताड़ना झेलकर एक कमरे में कैद रही महिला ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया है। महिला के पिता के आवेदन पर पुलिस ने विगत 05 अक्टूबर को उसे बेहद कृशकाय अवस्था में रेस्क्यू कर अस्पताल में भर्ती कराया था, जहां उसका उपचार किया जा रहा था।महिला के मायका पक्ष ने ससुराल वालों पर प्रताड़ना के आरोप लगाए थे। 40 साल की उम्र में महिला का वजन 25 किलो रह गया था। महिला चलने-फिरने में असमर्थ थी और यहां तक कि बोल भी नहीं पा रही थी।
पुलिस द्वारा रेस्क्यू के दौरान महिला को गोदी में उठाकर अस्पताल ले जाया गया था। अस्पताल में विशेष डॉक्टरों की निगरानी में महिला का उपचार किया जा रहा था। लेकिन महिला का शरीर साथ छोड़ चुका था और कमजोरी और बेहद कष्ट झेलने के बाद महिला ने हार मान ली। हमीदिया अस्पताल में मंगलवार को विशेषज्ञ डॉक्टरों के दल ने पीड़िता महिला के शव का पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौप दिया। जानकारी के अनुसार पीड़िता रानू साहू के नरसिंहपुर निवासी पिता किशन लाल साहू ने भोपाल के महिला थाना में शिकायती आवेदन दिया था। उन्होंने बताया था कि उनकी पुत्री रानू का विवाह 2006 में किया गया था। वर्ष 2008 के बाद से ससुराल वालों ने पुत्री को उनसे मिलने नही दिया है। पुत्री के बेटे और बेटी को भी उससे दूर कर कहीं भेज दिया गया है। पिता ने अपने आवेदन में बेटी को मुक्त कराने की मांग की थी।
ससुराल पक्ष पर कड़ी कार्रवाई की मांग
फरियादी पिता ने पत्र में यह भी लिखा था कि ससुराल में उनकी पुत्री को प्रताड़ित किया जा रहा है। उसकी हालत खराब होने के बारे में उन्हें पड़ोसियों से सूचना मिली। उन्होंने पुलिस से उनकी पुत्री का ससुराल से रेस्क्यू कर समुचित उपचार दिलवाने एवं ससुराल पक्ष के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की गुहार लगाई थी।मामले की शिकायत मिलने के बाद महिला थाना पुलिस ने जहांगीराबाद पुलिस स्टाफ की मदद से रानू साहू को उसके ससुराल से रेस्क्यू कर अस्पताल में भर्ती कराया था, जहां 9 दिन तक चले उपचार के बाद उसकी मौत हो गई। इस मामले में पुलिस की एक विशेष टीम को जांच का जिम्मा सौंपा गया है। महिला की चिकित्सा परीक्षण रिपोर्ट और परिजनों के बयान के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल पुलिस ने मर्ग कायम कर मामला दर्ज कर लिया है।