चक्रवाती तूफान दाना को लेकर हाई अलर्ट , स्कूल-कॉलेज बंद, 198 ट्रेनें रद्द, 10 लाख लोग सुरक्षित स्थान पर भेजे गए..
न्यूज़ डेस्क : ओडिशा और पश्चिम बंगाल की सरकारों ने 25 अक्टूबर को आने वाले तूफान दाना को लेकर अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के अनुसार, इस तूफान के कारण हवाएं 100 से 120 किमी/घंटे की रफ्तार से चलेंगी। इसके चलते दोनों राज्यों में स्कूल बंद कर दिए गए हैं और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है। चक्रवात दाना भूस्खलन के समय तटीय क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना है, जिससे बाढ़ का खतरा भी बढ़ गया है।
ओडिशा के 14 जिले अलर्ट पर
ओडिशा के 14 जिलों जैसे पुरी, कटक, बालासोर और गंजाम को हाई अलर्ट पर रखा गया है। राज्य सरकार ने 10 लाख से अधिक लोगों को 3,000 से ज्यादा गांवों से सुरक्षित स्थानों पर ले जाने की योजना बनाई है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी अपने राज्य में तैयारियों का जायजा लिया है। उन्होंने तटीय क्षेत्रों में विशेष राहत कैंप स्थापित किए हैं, जहां पानी, भोजन और दवाओं का इंतजाम किया गया है। इन तैयारियों के बीच, स्थानीय प्रशासन भी लगातार सतर्क है।
198 ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं
तूफान के मद्देनजर ओडिशा से गुजरने वाली 198 ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं। इनमें प्रमुख ट्रेनें जैसे तिरुनेलवेली से शालीमार स्पेशल और भुवनेश्वर से रामेश्वरम जाने वाली ट्रेनें शामिल हैं। ईस्ट कोस्ट रेलवे ने यात्रियों को सतर्क रहने की सलाह दी है और अनावश्यक यात्रा से बचने का अनुरोध किया है। ट्रेन सेवाएं प्रभावित होने से लोगों की परेशानी बढ़ गई है, खासकर उन लोगों के लिए जो त्योहारों के दौरान यात्रा की योजना बना रहे थे।
दो राज्यों में स्कूल और कॉलेज बंद
तूफान के चलते ओडिशा और पश्चिम बंगाल के कई जिलों में स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। ओडिशा सरकार ने 14 जिलों में 23 से 25 अक्टूबर तक सभी शैक्षिक संस्थान बंद रखने के आदेश दिए हैं। पश्चिम बंगाल में भी सात जिलों में स्कूल बंद रहेंगे। इस फैसले का उद्देश्य छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है, क्योंकि तेज हवाओं और भारी बारिश से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो सकता है।
मछुआरों के लिए चेतावनी जारी
भारतीय मौसम विभाग ने मछुआरों को अगले तीन दिनों तक समुद्र में न जाने की सलाह दी है। 23 अक्टूबर से ही समुद्र में हवाओं की रफ्तार 60 किमी/घंटे हो जाएगी, जो धीरे-धीरे बढ़कर 120 किमी/घंटे तक पहुंच सकती है। यह चेतावनी मछुआरों की सुरक्षा के लिए जारी की गई है, क्योंकि समुद्री स्थितियां खतरनाक हो सकती हैं। राज्य सरकार ने भी मछुआरों को सुरक्षित स्थानों पर लौटने की हिदायत दी है।
ओडिशा में 5,000 राहत केंद्र बनाए गए
ओडिशा और पश्चिम बंगाल की सरकारें राहत और बचाव कार्यों के लिए पूरी तरह तैयार हैं। ओडिशा में 5,000 से अधिक राहत केंद्र बनाए गए हैं, जहां लोगों के लिए भोजन, पानी और चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध होंगी। गर्भवती महिलाओं और बच्चों को विशेष ध्यान में रखते हुए अस्पतालों में शिफ्ट किया जा रहा है। कोलकाता हवाई अड्डे पर भी विशेष तैयारी की गई है ताकि किसी आपात स्थिति से निपटा जा सके।