बलरामपुर। बलरामपुर जिले से बड़ी खबर सामने आ रही है। यहां पुलिस थाने में पूछताछ के लिए बुलाये गये अस्पताल के चपरासी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। उधर इस घटना की जानकारी के बाद आक्रोशित लोगों ने थाने के सामने जमकर हंगामा करने के बाद एसपी कार्यालय के सामने एनएच-343 में चक्काजाम कर दिया। बताया जा रहा है कि मृतक प्यून की पत्नी पिछले 20 दिनों से लापता हो गयी थी। इस मामले की जांच कर रही पुलिस पूछताछ के लिए मृतक कोे लगातार थाने बुला रही थी।
जानकारी के मुताबिक बलरामपुर अस्पताल में गुरूचंद मंडल प्यून के पद पर कार्यरता था। बताया जा रहा है कि गुरूचंद की पत्नी पिछले करीब 20 दिनों से लापता हो गई थी। इस मामले में शिकायत बलरामपुर थाने में दर्ज की गई थी। पत्नी की गुमशुदगी को लेकर बलरामपुर पुलिस गुरूचंद मंडल का थाने में कई बार पूछताछ के बुला चुकी थी। आज गुरूवार को भी पुलिस ने एक बार फिर पूछताछ के लिए दोपहर करीब के वक्त गुरूचंद को थाने बुलाया था।
पुलिस के बुलावे पर गुरूचंद मंडल दोपहर में बलरामपुर थाने पहुंचा, इसके बाद उसने थाने के बाथरूम में जाकर अपने गमछे से फांसी लगा ली। जब पुलिस कर्मियों को इसका पता चला,तो थाने में हड़कंप मच गया। घटना की जानकारी आम होते ही बड़ी संख्या में चिकित्सक थाने पहुंच गए। इस घटना से नाराज लोगों ने थाने के सामने जमकर नारेबाजी की। घटना के बाद परिजनों को भी पुलिस ने थाने में बुला लिया गया। आक्रोशित लोगों ने थाने और एसपी कार्यालय के सामने NH-343 में चक्काजाम कर जमकर विरोध प्रदर्शन कर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की गयी।
बलरामपुर अस्पताल में पदस्थ बीपीएम स्मृति एक्का ने इस घटना की निंदा की है। उन्होने बताया कि पुलिस गुरूचंद मंडल को कई दिनों से पूछताछ के लिए थाने बुला रही थी। वह आज भी पुलिस के बुलाने पर थाने पहुंचा था। लेकिन थाने में पुलिस की मौजूदगी के बाद भी थाने में फांसी कैसे लगा लिया गया ? ये जांच का विषय है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने इस घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की है। वहीं दूसरी तरफ इस घटना के बाद जवाबदार पुलिस अधिकारी अभी कुछ भी कहने से बचते नजर आ रहे है।