बलरामपुर। बलरामपुर जिले में पुलिस हिरासत में एक युवक की संदिग्ध मौत के बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई है। युवक की मौत को लेकर लोगों का आक्रोश फूट पड़ा, जिसके परिणामस्वरूप जिले के एसपी ने कड़ी कार्रवाई करते हुए कोतवाली थाने में पदस्थ एक प्रधान आरक्षक और 7 आरक्षकों को लाइन अटैच कर दिया है। इससे पहले, थाना प्रभारी (टीआई) और एक आरक्षक को निलंबित किया जा चुका है। इस प्रकार, अब तक इस मामले में कुल 11 पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई हो चुकी है।
घटना का विवरण
24 अक्टूबर को स्वास्थ्य विभाग के प्यून, 30 वर्षीय गुरूचरण मंडल, को पूछताछ के लिए पुलिस कस्टडी में बुलाया गया था। इसी दौरान, उसने लॉकअप के बाथरूम में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस घटना के बाद जिले में आक्रोश का माहौल बन गया और लोगों ने थाने का घेराव कर पुलिस के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। भीड़ ने थाने और पुलिस की गाड़ियों पर पथराव किया, जिससे स्थिति और भी गंभीर हो गई।
प्रदर्शन और पुलिस की प्रतिक्रिया
भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया, लेकिन इसके बावजूद सैकड़ों की संख्या में लोग नेशनल हाइवे पर पहुंच गए और चक्काजाम कर दिया। इस घटना ने पूरे जिले में तनाव का माहौल बना दिया है, और लोगों की मांग है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच हो और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। पुलिस प्रशासन ने स्थिति को काबू में लाने के लिए त्वरित कार्रवाई की है और उच्च अधिकारियों द्वारा मामले की जांच जारी है।