बलरामपुर। बलरामपुर में पुलिस की कस्टडी में युवक गुरचरण मंडल के आत्महत्या मामले को लेकर अब सवाल खड़े हो रहे हैं। पुलिस ने दावा किया है कि गुरचरण ने बाथरूम में फांसी लगाई है। जबकि पुलिस पर यह आरोप है कि उसने मृतक की बेरहमी से पिटाई की जिस वजह से गुरचरण की मौत हुई है। इस संबंध में कांग्रेस द्वारा सवाल उठाए जा रहे हैं कि किसी भी व्यक्ति को 24 घंटे से अधिक समय के लिए हिरासत में नहीं रखा जा सकता, लेकिन गुरचरण और उसके पिता को चार दिनों तक हिरासत में रखा गया। उन्हें कोर्ट में प्रस्तुत क्यों नहीं किया गया।
इसके अलावा उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि मृतक के पास टॉवल कहां से आया, तो वहीं मृतक का पंचनामा परिजनों के सामने क्यों नहीं कराया गया। सोमवार को जिला कांग्रेस भवन में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान कांग्रेस के दोनों अध्यक्षों ने प्रदेश सरकार पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि बलरामपुर की यह घटना कहीं ना कहीं पुलिस की ज्यादती को दर्शाता है। इसके साथ ही प्रदेश में भाजपा की सरकार को आए 1 साल भी नहीं हुआ है लेकिन इस दौरान अपराध जिस तेजी से बढ़ा है और पुलिस के द्वारा लगातार अत्याचार की बात सामने आ रही है। यह दर्शा रहा है की प्रदेश के गृहमंत्री निरंकुश हो चुके हैं ऐसे में उन्हें तत्काल अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।