जेल में बंद आरोपी का इलाज के दौरान हुई मौत, परिजनों ने लगाया आरोप…
रायपुर। छत्तीसगढ़ के दुर्ग सेंट्रल जेल में बंद लूट के आरोपी की रायपुर में इलाज के दौरान मौत हो गई। भिलाई के कैदी पिंटू के साथ पुलिस ने थाने में मारपीट की। यह आरोप लगाकार परिजनों ने मेकाहारा में हंगामा कर पुलिस के ऊपर उचित कार्यवाही कर मुआवजा की मांग भी की। पुलिस की कैद में मौत के मामले में अब पुलिस पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
बता दें कि छत्तीसगढ़ में पिछली तीन महीने में 2 लोगों की जेल में मौत हो गई है। मालूम हो कि दो दिन पहले लूट के आरोप दुर्ग सेंट्रल जेल में बंद पिंटू नेताम की मेकाहारा रायपुर अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई।
मृतक पिंटू का पुलिस प्रताड़ना से मौत हुई है : परिजनों का आरोप
परिजनों के मुताबिक आरोपी पिंटू की गिरफ्तारी के करीब 28 दिन बाद 15 नवंबर को 2024 को अचानक तबीयत खराब हुई। जांच में उसका ब्लड प्रेशर लो हो गया था, उपचार के लिए जिला अस्पताल दुर्ग भर्ती किया था। यहां से उपचार के बाद डिस्चार्ज किया गया। इसके बाद 17 नवंबर को वापस केंद्रीय जेल दुर्ग वापस भेजा गया था। 18 नवंबर को उसका ब्लड प्रेशर लो होने की शिकायत के बाद जेल प्रशासन ने फिर मेकहारा अस्पताल रायपुर भर्ती कराया। जहां डॉक्टर्स ने ब्रेन स्ट्रोक के कारण ब्लड प्रेशर लो व ब्रेन में ऑक्सीजन सप्लाई कम के चलते आईसीयू में भर्ती किया। जहां इलाज के दौरान 21 नवंबर को उसकी मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि मृतक पिंटू का पुलिस प्रताड़ना से मौत हुई है, वे पुलिस पर कार्यवाही कर मुआवजा की मांग कर रहे है।