आईटीआई भांसी में बनेगा युवा हब, युवाओं को मिलेगा, कौशल विकास, प्रशिक्षण, और रोजगार के अवसर
हेमंत कुमार साहू,
दंतेवाड़ा। आज कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी ने आईटीआई भांसी, विज्ञान केन्द्र, आस्था विद्या मंदिर किरन्दुल, पालनार में प्रधानमंत्री आवास, जल संचय (परकोलेशन टैंक) निर्माण, का अवलोकन करते हुए इन सभी स्थलों में चल रहे निर्माण कार्यों को समय सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिए।
ज्ञात हो आईटीआई भांसी में गीदम की तर्ज पर एक युवा हब स्थापित किया जा रहा है। इस युवा हब का उद्देश्य स्थानीय युवाओं को कौशल विकास, प्रशिक्षण, और रोजगार के अवसर प्रदान करना है। यह हब स्थानीय युवाओं को आधुनिक तकनीकी शिक्षा और रोजगार आधारित प्रशिक्षण उपलब्ध कराने में सहायक होगा। इस मौके पर कलेक्टर ने अधिकारियों से कहा कि यह युवा हब एक माह के भीतर प्रारंभ किया जाए। साथ ही कलेक्टर ने संबंधित विभागों को इस काम को प्राथमिकता के साथ करने को कहा। तत्पश्चात कलेक्टर ने विज्ञान केंद्र दंतेवाड़ा का भी दौरा किया और केंद्र में उपलब्ध विभिन्न व्यवस्थाओं का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने केंद्र की कार्यप्रणाली और वहां उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी ली। कलेक्टर ने अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देश दिए कि विज्ञान केंद्र को और अधिक सुव्यवस्थित एवं बहुउपयोगी बनाया जाए ताकि छात्रों और आमजनों को समसामयिक वैज्ञानिक जानकारी प्राप्त करने में मदद मिल सके। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि केंद्र में नई तकनीकों और इनोवेटिव प्रदर्शनियों को शामिल किया जाए, जिससे युवा पीढ़ी में विज्ञान के प्रति रुचि बढ़ाई जा सके। साथ ही, कलेक्टर ने केंद्र के रखरखाव और साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता जताई।
इसके अलावा उन्होंने आस्था विद्या मंदिर, किरंदुल में चल रहे निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया और निर्माण कार्यों को निर्धारित समय सीमा में पूरा करने के निर्देश दिए। साथ ही कलेक्टर ने पालनार में चल रही प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बन रहे निर्माणाधीन आवासों को भी देखा। उन्होंने वहां स्वीकृत आवासों की प्रगति का जायजा लिया और निर्माण कार्य की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। मौके पर कलेक्टर ने प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राहियों को उनके नए आवास के लिए बधाई और शुभकामनाएं भी दीं। इस निरीक्षण दौरे में कलेक्टर ने पालनार में ही हितग्राही कृषक ’’बुधरू’’ द्वारा स्वयं की भूमि पर बनाए जा रहे जल संचय परकोलेशन टैंक का भी अवलोकन करते हुए इसे ’’मॉडल’’ अनुसार बनाने को कहा। इस मौके पर उक्त हितग्राही ने बताया कि टैंक बनने से उसके कृषि भूमि के जलस्तर में वृद्धि होने के साथ फसल पैदावार भी बढ़ेगी।इस मौके पर जिला पंचायत सीईओ जयंत नाहटा, सीईओ जनपद पंचायत श्री प्रतीक धुरंधर सहित अन्य अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित थे।