छत्तीसगढ़ के 6 जिलों में एसीबी ने मारी रेड, जीआरपी सिपाही और लेखा अधिकारी निशाने पर
रायपुर। छत्तीसगढ़ में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने आज एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए राज्य के छह जिलों में एक साथ छापेमारी की। इस छापेमारी में गांजा तस्करी से जुड़े तीन जीआरपी सिपाही और रिश्वत लेते हुए एक सहायक लेखा अधिकारी को गिरफ्तार किया गया है।
एसीबी ने इस ऑपरेशन के लिए रायपुर और बिलासपुर में आधा दर्जन से अधिक टीमों का गठन किया था। रविवार की सुबह और बारिश के कारण लोग अनजाने में दरवाजे की बेल सुनकर चौंक गए। जब उन्होंने दरवाजा खोला, तो उनके सामने एसीबी के अधिकारी और पुलिसकर्मी खड़े थे।
गांजा तस्करी में लिप्त जीआरपी सिपाही
बिलासपुर जिले में एसीबी ने गांजा तस्करी में लिप्त तीन जीआरपी सिपाहियों मन्नू प्रजापति, संतोष कुमार राठौर और लक्ष्मण गाइन के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति मामले में जांच शुरू की। एसीबी ने रायपुर और बिलासपुर की 6 टीमों के साथ इन आरोपियों के घरों और ठिकानों पर छापेमारी की। इस दौरान लाखों रुपये के आभूषण, संपत्ति के दस्तावेज, बैंक अकाउंट और निवेश से संबंधित कागजात बरामद किए गए हैं। इन दस्तावेजों की जांच जारी है और आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
रिश्वत लेते लेखा अधिकारी पर कार्रवाई
इसी बीच, 12 सितंबर को एसीबी की रायपुर टीम ने जनपद पंचायत बोड़ला, जिला कवर्धा के सहायक लेखा अधिकारी नरेंद्र कुमार राउतकर को एक लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया था। जांच में पाया गया कि राउतकर ने आय से अधिक संपत्ति अर्जित की है। इसके बाद, उसके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति मामले में अपराध दर्ज किया गया। एसीबी ने कवर्धा और राजनांदगांव जिलों में उसके ठिकानों पर छापेमारी की, जहां से आरोपी और उसकी पत्नी के नाम पर कई एकड़ ज़मीन, प्लॉट, मकान और बैंक अकाउंट से संबंधित दस्तावेज बरामद हुए हैं। इन दस्तावेजों की जांच भी जारी है।
कानूनी कार्रवाई जारी
एसीबी के अधिकारियों के अनुसार, यह छापेमारी राज्य में भ्रष्टाचार और अपराध को रोकने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ आगे की जांच और कानूनी कार्रवाई जारी है। एसीबी का कहना है कि यह कार्रवाई राज्य के नागरिकों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है और भ्रष्टाचार के खिलाफ उनके संघर्ष को मजबूत करती है।