रायगढ़। सोमवार को छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों से आए डीएड एवं बीएड प्रशिक्षित अभ्यर्थियों ने शहीद कर्नल विप्लव त्रिपाठी मिनी स्टेडियम में एकत्रित होकर शिक्षक भर्ती की मांग को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। इन अभ्यर्थियों ने राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए वित्त मंत्री ओपी चौधरी और मुख्यमंत्री के नाम आवेदन सौंपा।
अभ्यर्थियों ने कहा कि पिछले चार बार से वे रायगढ़ में प्रदर्शन करने की अनुमति मांग रहे हैं, लेकिन अब तक उन्हें किसी प्रकार की अनुमति नहीं मिली है। प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों ने “कहब तो लग जाई धक्क से” गीत गाकर सरकार के खिलाफ अपनी नाराजगी व्यक्त की। अभ्यर्थियों का कहना है कि प्रदेश भर के स्कूलों में हजारों शिक्षक पद रिक्त हैं, जिन्हें भरने के लिए लाखों डीएड और बीएड प्रशिक्षित अभ्यर्थी लंबे समय से भर्ती की प्रतीक्षा कर रहे हैं। विधानसभा चुनाव में सरकार ने घोषणा की थी कि प्रदेश भर में 57 हजार शिक्षकों की भर्ती की जाएगी, जिसके आधार पर बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों ने आपकी पार्टी को समर्थन दिया था। लेकिन अब तक इस भर्ती प्रक्रिया की शुरुआत नहीं हो पाई है।
विधानसभा के पहले सत्र के दौरान तत्कालीन शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने 33 हजार शिक्षकों की भर्ती की घोषणा की थी, परंतु अब तक इस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई है। इस कारण प्रदेश भर के लाखों डीएड और बीएड प्रशिक्षित अभ्यर्थी निराश महसूस कर रहे हैं। अभ्यर्थियों ने मांगों में शिक्षक वर्ग- 02 की भर्ती विषयवार की जाए। सरकार द्वारा युक्तिकरण के नाम पर स्कूलों को बंद करने का फैसला स्थगित या निरस्त किया जाए। स्कूल शिक्षा विभाग के 2008 के सेटअप को यथावत रखते हुए नई भर्तियां शीघ्र की जाएं। आगामी शिक्षक भर्ती में आरक्षित वर्ग को 5% की छूट दी जाए। छत्तीसगढ़ पीजी डिप्लोमा धारियों के लिए पद सृजित कर उनकी भर्ती की जाए। डीएड और बीएड अभ्यर्थियों के ओवर एज होने के कारण उन्हें उम्र में अतिरिक्त छूट प्रदान की जाए।
छत्तीसगढ़ व्यवसायिक परीक्षा मंडल द्वारा साल में दो बार शिक्षक पात्रता परीक्षा का आयोजन किया जाए। स्कूलों में ग्रंथपाल, व्यायाम शिक्षक, और कृषि शिक्षक के पदों पर जल्द भर्ती की प्रक्रिया शुरू की जाए इन बातों को शामिल किया है।